अवैध खनन के खिलाफ मोहल्लेवासियों का हंगामा, घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, प्रशासन पर उठे सवाल

जनपद बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के मोहल्ला हत्ता में अवैध खनन से परेशान स्थानीय निवासियों ने बीती रात खनन में लिप्त ट्रैक्टरों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान खनन माफियाओं और मोहल्लेवासियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें अवैध खनन का पूरा मामला सामने आ गया है।

मोहल्लेवासियों ने खनन ट्रैक्टरों को रोका, हुआ जमकर हंगामा

  • बीती रात मोहल्ला हत्ता से गुजर रहे अवैध खनन के ट्रैक्टरों को स्थानीय निवासियों ने रोक लिया
  • लोगों ने खनन माफियाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की
  • घटना की सूचना तुरंत एसडीएम धामपुर को दी गई
  • प्रशासन ने थाने को कार्रवाई के निर्देश दिए, लेकिन मौके पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

प्रशासन की निष्क्रियता से माफियाओं के हौसले बुलंद

  • अवैध खनन लगातार जारी है, लेकिन प्रशासन इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहा है
  • लोगों का आरोप है कि खनन माफियाओं को प्रशासन का पूरा संरक्षण मिला हुआ है
  • खनन से इलाके की सड़कों की हालत बेहद खराब हो गई है, जिससे आम जनता को काफी परेशानी हो रही है।
  • भारी वाहनों की आवाज़ से रातभर लोगों की नींद खराब हो रही है और प्रदूषण भी बढ़ रहा है

क्या प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा अवैध खनन?

  • स्थानीय लोगों का आरोप है कि खनन माफियाओं को प्रशासन का समर्थन प्राप्त है
  • हर बार जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन कुछ दिन बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है
  • यदि प्रशासन निष्पक्ष होता तो अब तक अवैध खनन पूरी तरह बंद हो चुका होता

पुलिस का बयान ? जांच जारी है

  • स्योहारा थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी
  • लेकिन सवाल यह है कि क्या इस बार प्रशासन वाकई कोई ठोस कदम उठाएगा, या फिर खनन माफिया पहले की तरह बच निकलेंगे?

स्थानीय लोगों की मांग ? अवैध खनन पर लगे रोक

  • स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है
  • खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और दोषियों को जेल भेजा जाए
  • यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो स्थानीय लोग बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे

अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है या फिर खनन माफियाओं के हौसले इसी तरह बुलंद रहेंगे?