हरदोई में रहस्यमय ढंग से लापता हुआ सिपाही मिला, पुलिस ने दरोगा की पिस्टल चोरी में किया गिरफ्तार, डॉयल 112 प्रभारी पर रिश्वत मांगने का लगाया था आरोप

हरदोई। शहर कोतवाली पुलिस ने दरोगा की पिस्टल चोरी का खुलासा किया है। डॉयल 112 प्रभारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाने वाले सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। विगत दिनों पीड़ित सिपाही के माता-पिता ने एसपी से बेटे को ढूंढने की गुहार लगाई थी,तब एसपी ने सिपाही के पिता से कहा था कि उसको बक्से में नहीं बंद कर रखा है। जब मिलेगा तब बता दिया जाएगा। इसके बाद पुलिस ने रहस्यमय ढंग से गुमशुदा सिपाही को गिरफ्तार किया है।

हरदोई में विगत दिनों दरोगा जोगेंद्र सिंह की 9 एमएम पिस्टल चोरी हो गई थी। इसके बाद से ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। दरोगा जोगेंद्र सिंह 5 फरवरी को 3 दिन की आकस्मिक छुट्टी पर अपने घर गए हुए थे। इसी बीच उनकी 9 एमएम पिस्टल पुलिस क्लब स्थित कमरे के बक्से से चोरी हो गई थी। इसके बाद दरोगा ने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले में एफआईआर दर्ज हुई और पिस्टल को ढूंढने के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया था। हरदोई पुलिस ने पिस्टल चोरी के मामले में पीआरवी 2714 पर तैनात सिपाही राहुल गौतम को गिरफ्तार किया है और उसके पास से दरोगा की 9 एमएम पिस्टल भी बरामद की है। यह वही सिपाही है जिसने डॉयल 112 प्रभारी दिनेश कुमार यादव व सिपाही सुरेश सबलोक पर 50 हजार रूपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। जिसमें सीओ सिटी अंकित मिश्रा को जांच सौंप गई थी। उसके बाद से ही यह सिपाही रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था। जिसको तलाशने के लिए लापता सिपाही के माता-पिता ने एसपी से गुहार लगाई थी। उस समय एसपी केशव चंद गोस्वामी ने कहा था कि सिपाही को बक्से में नहीं कैद कर रखा है,मिल जाएगा तो बता देंगे।

इस मामले में एएसपी पूर्वी नृपेंद्र कुमार ने बताया था कि दरोगा की पिस्टल चोरी में सिपाही की भूमिका संदिग्ध है। वह ट्रेन पकड़कर कही गया है, जिसको तलाशने के लिए पुलिस की टीमों को रवाना किया गया है। जल्द ही आरोपी सिपाही को गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल इस तरह से सिपाही राहुल गौतम पर हुई कार्रवाई से लोगों में तमाम तरह की चर्चा आम है।