हाफिजगंज थाना प्रभारी समेत पांच पर रिपोर्ट दर्ज

बरेली युवती के पिता और चाचा से अभद्रता करने और चाचा की थाने में पिटाई करने के मामले में पूर्व हाफिजगंज थाना प्रभारी, हल्का दरोगा समेत पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पीड़ित ने अधिकारियों से शिकायत की लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई हुई। अब कोर्ट के आदेश पर पांचों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।हाफिजगंज क्षेत्र के एक गांव से एक युवती को पड़ोसी युवक बहला फुसलाकर भगा ले गया। मामले में युवती के पिता ने थाने में तहरीर दी। पुलिस ने युवती के पिता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली, लेकिन एफआईआर की कॉपी नहीं दी। आरोप है कि बरामदगी के बाद पुलिस ने युवती को परिजनों से नहीं मिलवाया। पुलिस ने आरोपियों का साथ देते हुए युवती के पिता को ही धमकाया। इसके बाद पुलिस युवती के पिता को घर से पकड़कर थाने ले गई और पिटाई कर हवालात में बंद कर दिया और बाद में छोड़ दिया। पीड़ित के अनुसार वह ऋषिकेश में नौकरी करता है। 25 अगस्त को वह घर के बाहर बैठे थे। वहां पर आरोपी चंद्रपाल और उसका साला सत्यपाल हंसते हुए फब्तियां कसने लगा। विरोध पर सत्यपाल ने कहा कि अभी तेरी एक भतीजी को लेकर गए हैं और अब दूसरी को भी उठाकर ले जाएगें। थाना प्रभारी हमारे करीबी हैं। विवाद बढ़ता देख वादी की मां ने उन्हें घर के अंदर बुला लिया। आरोप है कि एक घंटे बाद हल्का दरोगा सज्जन सिंह, सिपाही अंकित, हिमांशु समेत एक अज्ञात सिपाही आ धमके और पिटाई करत हुए गाड़ी में डालकर थाने ले गए। थाने पर मौजूद तत्कालीन थाना प्रभारी चेतराम वर्मा ने जाति सूचक शब्द कहे। इस दौरान दरोगा सज्जन सिंह और सिपाही अंकित-हिमांशु उसे एक कमरे में ले गए और लोहे की बेंच पर लिटाकर दरोगा सज्जन सिंह उसकी पीठ पर बैठ गए और पीछे से दोनों हाथ पकड़ लिए। एक सिपाही ने उसकी टांगे दबा लीं और सिपाही पैरों में पट्टा और डंडों से पीटते रहे। इस दौरान थाना प्रभारी चेतराम वर्मा खड़े होकर पिटवाते रहे। जिसके बाद उनका शांति भंग में चालान कर दिया। आरोप है कि उनकी जेब में रखे पर्स से 75 सौ रुपये भी ले लिए। पीड़ित ने मामले की शिकायत सीओ, एसएसपी से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।