प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पसान के कर्मचारियों पर लगा लापरवाही का आरोप

पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के कर्मचारियों पर पसान ग्राम पंचायत के राकेश कुमार ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि मैं राकेश कुमार मरकाम पिता कलम सिंह मरकाम निवासी ग्राम पसान का रहने वाला हूँ, दिनांक: 21/03/2023 को रात्रि 3बजे मेरी धर्म पत्नी आनंद 112 की मदद से हास्पिटल पहुंचे पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में रात्रि कालिन उबजे वहां कोई भी उपस्थित नहीं था मेरी पत्नी के तबियत को बिगड़ते देख में आसपास सिस्टर डाक्टरों के रूम तरफ बुलाने गया लगभग 1घण्टे तक कोई भी नहीं मिला उसके पश्चात सुभदा पोर्ते सिस्टर के द्वारा मात्र 10 मिनट वहाँ रूक कर अपने रूम चली गयी उसके बाद बार बार हम लोग प्रयास करते रहे पत्नी की तबियत बिगड़ती रही वहां पर कोई भी उपस्थित नहीं हुआ 9बजे ये लोग जब वहां उपस्थित हुए तब तक स्थिति पूरी बिगड़ चुकी थी सुभद्रा पोर्ते और डाक्टर पैकरा के द्वारा मेरी पत्नी के पेट को दबाने लगे बोले बच्चा दानी नहीं खुला है, इसलिए दबा रहे दिने के 9 बजे से दिन के 12बजे तक ये लोग दबाते रहे जब हम लोगों के द्वारा देखा गया कि गलत तरीके से दबा रहे तो ये लोग बोले तुम लोग हम लोगों को डाक्टरी सिखाओगे बार बार सुभद्रा पोर्ते के द्वारा भी हमको डांटा जा रहा था हमारे बार बार मना करने के पश्चात भी इन लोगों के द्वारा बार बार बच्चे को दबाया गया जब ये लोग बच्चे को मार डाले तब इनके द्वारा घटना को छिपाने के लिए हम लोगों को दबाने के लिए रिफर पर्ची बनाया गया फिर हम लोग आगे गये जब बहुत ज्यादा स्थिति गम्भीर हो गई तो हम कुदरी के हास्पिटल में दिखाये तो वहां सरलता से बच्चा हुआ एवं डाक्टर के द्वारा बताया गया कि बच्चा पहले से ही मरा हुआ था जांच के दौरान भी सुभद्रा पोर्ते का व्यवहार सहीं नहीं था सोनोग्राफी रिपोर्ट दिखाने पर भी बोला गया कि वहीं ले जाओ यहां क्यों लाए हो रात्रि कालीन 3 बजे से सुबह के 9 बजे तक वहां कोई भी उपस्थित नहीं था सुभद्रा पोर्ते एवं डाक्टर पैकरा के द्वारा घोर लापरवाही की गई है। हालांकि मीडिया को दिये गए बयान पर आवेदन कर्ता ने बताया कि वह महिला स्टाफ़ को नाम से नही जानता परंतु चेहरे से पहचान लूंगा ,इसलिए हमारी न्यूज भी महिला कर्मचारी के नाम की पुष्टि नही करती है