पहाड़ी कोरवा परिवारों ने आवास मित्र पर लगाए गंभीर आरोप, राशि लेने के बाद भी अधूरा मकान

CITIUPDATE NEWS(संतोष सारथी)पहाड़ी कोरवा जनजाति के परिवारों ने ग्राम पंचायत देवपहरी के आवास मित्र और रोजगार सहायक अनार सिंह जनमन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए उन्हें 2.30 लाख रुपये की स्वीकृति मिली थी। इसी योजना के अंतर्गत ग्राम देवपहरी के बरपानी बस्ती निवासी चूना राम पहाड़ी कोरवा ने आवास मित्र को 2 लाख रुपये की राशि दी। इसके बावजूद आज तक मकान अधूरा है। ग्रामीणों ने बताया कि शासन-प्रशासन की योजनाओं का लाभ उन्हें केवल कागजों पर ही मिलता है। वास्तविकता यह है कि जहां एक ओर सरकार गरीब और विशेषकर पहाड़ी कोरवा परिवारों को पक्का मकान देने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर गड़बड़ियां और घटिया निर्माण देखने को मिल रहा है। बरपानी बस्ती में भी ऐसे कई अधूरे मकान खड़े हैं, जिनका काम वर्षों से अधूरा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक और आवास मित्र मिलीभगत कर योजना का लाभ पात्रों तक सही तरीके से नहीं पहुंचा रहे। पैसा लेने के बाद भी निर्माण अधूरा छोड़ दिया जाता है। इससे गरीब परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। अब ग्रामीणों ने मांग की है कि जिम्मेदार कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और अधूरे मकानों का कार्य शीघ्र पूरा कराया जाए। पहाड़ी कोरवा परिवारों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो वे सामूहिक रूप से जिला कार्यालय का घेराव करेंगे। यह मामला विभागीय अनियमितताओं और कर्मचारियों की मनमानी का स्पष्ट उदाहरण बनकर सामने आया है।