रोमांचक फाइनल मुकाबला सडन डेथ के माध्यम से हुआ घोषित, झांसी की टीम ने बनारस की टीम को हराकर लहराया अपना परचम।

सडन डेथ के माध्यम से फाइनल मुकाबला हुआ सम्पन्न,झांसी ने जीत दर्ज कर लहराया अपना परचम।

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ब्यूरो रिपोर्ट -- जमाल खांन पत्रकार दैनिक भास्कर समाचार पत्र।


पेनाल्टी शूटआउट में बराबरी कर दोनों ही टीमों ने मैच को रोमांचक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया लेकिन मैच का परिणाम सडन डेथ के माध्यम से घोषित हुआ।

मौदहा हमीरपुर। कस्बे की रहमानिया ग्राउंड में चल रहे मौलाना सलीम ज़ाफरी अखिल भारतीय हांकी टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला विवेक सिंह हांकी एकेडमी बनारस और एलवीएम क्लब झांसी के मध्य खेला गया। जिसमें पहले क्वार्टर का खेल समाप्त होने तक दोनों ही टीमों ने एक दूसरे पर एक एक गोल दागकर मैच को रोमांचित कर दिया था। लेकिन जैसे ही मैच का दूसरा क्वार्टर आरंभ हुआ तो बनारस की टीम ने झांसी की टीम पर एक और गोल दागकर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलाई, दूसरे क्वार्टर का खेल समाप्त होने तक झांसी की टीम बनारस की टीम पर दूसरा गोल नहीं दाग सकी,जिस पर झांसी की टीम दूसरा गोल करने के लिए कड़ा संघर्ष करती रही पर कोई उत्कृष्ट निष्कर्ष नहीं निकाल सकी और अन्ततः पहले हाफ का खेल समाप्त होने तक बनारस की टीम 2-1 से बढ़त बनाए हुए थी। लेकिन जैसे ही दूसरे हाफ का पहला क्वार्टर का खेल प्रारंभ हुआ तो झांसी की टीम को एक पेनाल्टी कार्नर मिला लेकिन उस पेनाल्टी कार्नर पर झांसी की टीम कुछ खास नहीं कर सकी और मैच में बराबरी करने का मिला अवसर गवां दिया। लेकिन तीसरे क्वार्टर का खेल समाप्त होने से पहले ही झांसी की टीम ने बनारस की टीम पर एक और गोल दागकर मैच में बराबरी ठोंक दी, मैच को बराबरी में देखकर दर्शकों में खासा उत्साह हो गया,और मैच को अपने नाम करने के लिए दोनों ही टीमें कड़ा संघर्ष करती रहीं, लेकिन विजयी गोल दोनों ही टीमें एक दूसरे के विरुद्ध नहीं दाग सकी। अन्ततः फाइनल मुकाबले में विजयी टीम का पेनाल्टी शूटआउट से फैसला कराया गया। पेनाल्टी शूटआउट करने का पहला मौका बनारस की टीम को दिया गया जिसमें बनारस की टीम ने पहला शूटआउट सफलतापूर्वक कर दिया,तों वही दूसरा मौका झांसी की टीम को मिला लेकिन झांसी टीम के खिलाड़ी गोल नहीं कर सकें। इसी तरह बनारस टीम के खिलाड़ियों ने दो और शूटआउट मारकर अपनी टीम को बढ़त दिलाई तो झांसी की टीम ने भी पेनाल्टी शूटआउट में बराबरी कर फाइनल मुकाबला रोमांचक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।अब मैच का फाइनल सडन डेथ के माध्यम से हुआ जिसमें झांसी की टीम और बनारस की टीम ने बराबरी कर मैच को रोमांचक बना दिया, जिस पर कमेटी द्वारा दूसरा सडन डेथ दिया गया जिस पर झांसी टीम के खिलाड़ी ने गोल दागकर फाइनल मुकाबला झांसी टीम की झोली में डाल दिया। वहीं मैंच में निर्णायक की भूमिका फिरोज दाद, जावेद, शादाब खांन ने निभाई। संचालन का कार्य अब्दुल कादिर उर्फ कद्दी ने किया। फाइनल मुकाबले में मुख्य अतिथि कमरूद्दीन उर्फ जुगनू व सपा नेता जीतेंद्र मिश्रा तथा समाजसेवी किसान पुत्र रज़ा मुहम्मद श्रीनाथ रहे। मैच सफलतापूर्वक संपन्न करवाने में कमेटी सरपरस्त अब्दुल रहमान उर्फ चुन्ना दरोगा जी, डॉ इमामुद्दीन,इशरत कमाल,रजा साहब तथा टूर्नामेंट आयोजित करवाने वाले कनवीनर अनीस अहमद व कमेटी अध्यक्ष बीतू बादशाह ने अहम रोल अदा किया।