श्रीगंगानगर सीएमएचओ कार्यालय के दो बाबू 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

श्रीगंगानगर सीएमएचओ कार्यालय पिछले काफी समय से भ्रष्टाचार के चलते लगातार चर्चा में रहा है। नियुक्तियों में रिश्वत लेने तथा कोविड-19 के तहत खरीदारी करने के मामले में भी लगातार सीएमएचओ कार्यालय के कर्मचारियों और खुद सीएमएचओ पर रिश्वत के आरोप लगते रहे हैं ।

आज एसीबी हनुमानगढ़ ने सीएमएचओ कार्यालय के ही दो बाबूओ को ₹30000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है ।हनुमानगढ़ एसीबी के एडिशनल एसपी तेजपाल सिंह ने बताया कि सीएमएचओ कार्यालय में कार्यरत बाबू पंकज वर्मा तथा संदीप जाखड़ द्वारा हाल ही में चल रही लैब टेक्नीशियन की भर्ती में एक उम्मीदवार को नजदीकी स्थल पर पोस्टिंग देने के एवज में ₹30000 की रिश्वत ली गई थी। बाबू पंकज वर्मा द्वारा रिश्वत की मांग की गई तथा उसे लेकर उसने अपने सहयोगी बाबू संदीप जाखड़ को दे दी थी।

संदीप जाखड़ की जेब से रिश्वत की ₹30000 की राशि बरामद हुई है ।गौरतलब है कि बाबू संदीप जाखड़ कर्मचारी कर्मचारी नेता भी है ।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हनुमानगढ़ के एडिशनल एसपी तेजपाल सिंह ने बताया कि जसपाल पुत्र सेवक सिंह ने उनसे संपर्क किया था कि उनका लैब टेक्नीशियन के पद पर सलेक्शन हुआ है। सीएमएचओ कार्यालय श्रीगंगानगर के दो बाबू पंकज वर्मा व संदीप जाखड़ ने उन्हें नजदीकी पोस्टिंग देने की एवज में ₹30000 की मांग की है इस पर एसीबी हनुमानगढ़ में आज सुबह इसका सत्यापन करवाते हुए दोनों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया बताया गया है।

इन दोनों बाबुओं ने सीएमएचओ गिरधारी लाल मेहरडा के लिए रिश्वत लेने की बात कही गई है ।गौरतलब है कि इससे पहले भी सीएमएचओ गिरधारी लाल मेहरड़ा पर रिश्वत के आरोप लगाते रहे हैं । आरोप है कि ये यह दोनों कर्मचारी सीएमएचओ से रिश्वत की राशि वसूलने का काम करते रहे हैं ।

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी पंकज वर्मा पर एक चिकित्सक ने रिश्वत मांगने तथा रिश्वत नहीं देने पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था बाद में वह चिकित्सक ने नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या करने की भी कोशिश की थी मगर सीएमएचओ डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा की शह पर इस कर्मचारी के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई।