जेवरात पर दुकान शुद्धता की मोहर लगाने का अधिकार दिया जाए

कानपुर (महेश प्रताप सिंह).अखिल भारतीय स्वर्णकार विकास परिषद के अध्यक्ष पुष्पेंद्र जयसवाल ने बताया कि सर्राफा व्यवसायियों के कारीगरों की पॉलिश छिलाई सेटिंग करने वाले की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है घर का किराया बच्चों की फीस राशन की जिम्मेदारी उनके पास हैं। वह लोग अपनी जमा पूंजी भी खा चुके हैं। अपने मालिकों से एडवांस पैसा लेकर किसी तरह से घर चला रहे हैं करोना की वजह से शादी-विवाह के सीजन में उतना काम नहीं हुआ। सरकार द्वारा हॉल मार्किंग की तलवार लटक रही हैं सरकार से मांग की है कि जिस तरीके से पहले गोल्ड कंट्रोल एक्ट में एक रजिस्टर रखकर छोटे सराफा व्यवसाई उसमें अपनी लिखा पढ़ी करते थे उसी तरीके से आप ने जेवरात पर अपनी दुकान शुद्धता की मोहर लगाने का अधिकार दिया जाए। अगर उसमें कोई त्रुटि पाई जाती है तो उस दुकानदार के ऊपर सौ परसेंट पेनल्टी लगाई जाए। सर्राफा कारीगरों का आर्टीजन कार्ड बना हुआ है उनके खाते में सरकार द्वारा सहायता राशि दी जाए जिससे कि वह करोना काल में अपने परिवार का पालन कर सकें।