चंदौली- जनपद में यहां सड़क किनारे खड़े ट्रक को ले जाते समय पलटी, नाराज मंडी संचालकों व ट्रक चालकों ने आरटीओ के कर्मचारियों पर किया हमला

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली- जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के योगी सरकार पूरे प्रदेश में वाहनों से अवैध वसूली करने पर रोक लगाने का कार्य कर रही है और जगह जगह रोक भी लगा दिया गया है लेकिन उसके बाद भी चोरी-छिपे ओवरलोड तथा ट्रकों से दलालों व आरटीओ विभाग द्वारा वसूली की जा रही है और शासन के निर्देशों को ठेंगा दिखाया जा रहा है कुछ ऐसा ही मामला देखने को मिला है जहां की जिले में बैठे भ्रष्ट एआरटीओ कर्मचारियों की वजह से जिला इन दिनों फिर से चर्चा में है। कभी ट्रकों से अवैध वसूली की शिकायतें जोर पकड़ लेती हैं तो कभी चालकों के साथ मारपीट के मामले सामने आ जाते हैं। शासन की तमाम सख्ती चंदौली में बेअसर साबित हो रही है। कुछ मिलाकर यहां के कर्मचारी उसी लकीर पर चल रहे हैं जो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए पूर्व एआरटीओ आरएस यादव ने खींची थी। बहरहाल शुक्रवार को एक वीडियो वायरल हुआ जो रामनगर क्षेत्र के कटरिया का बताया जा रहा है। आरोप है कि सड़क किनारे खड़े एक ट्रक को एआरटीओ कर्मचारी जबरन पकड़कर ले जाने लगे। थोड़ी ही दूर जाने पर ट्रक पलट गया तो नाराज मंडी संचालकों और ट्रक चालकों ने कर्मचारियों पर हमला कर दिया। लात घूसों से पिटाई के साथ पत्थर भी फेंके। पुलिस के पहुंचने के बाद लोग शांत हुए।
मंडी संचालकों और ट्रक चालकों का आरोप है कि अवैध वसूली के चक्कर में एआरटीओ कर्मचारी हाईवे के किनारे और बालू मंडी के आस-पास खड़े ट्रकों को पकड़ लेते हैं और वाहन के कागजात छीन लेते हैं। जो चालक पैसा दे देता है उसको छोड़ देते हैं और आनाकानी करने पर चालकों से मारपीट के साथ ट्रक को जबरन पकड़कर ले जाते हैं। गुरुवार की शाम को सड़क किनारे खड़े एक ट्रक को चालक और खलासी की गैर मौजूदगी में एआरटीओ कर्मचारी जबरन ले जाने लगा। कटरिया के पास ट्रक पलट गया तो मंडी संचालक और ट्रक चालकों ने कर्मचारी पर हमला कर दिया। कर्मचारी की जान पर बन आई। औद्योगिकनगर चाौकी पुलिस के पहुंचने के बाद लोग शांत हुए। पुलिस ने लोगों का बयान लिया और कर्मचारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।

न्यायालय ने किया था एआरटीओ को तलब

न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कई दफा प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने के बाद भी ट्रक की चालानी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करने पर एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय विनय कुमार को फटकार लगाते हुए बीते दो फरवरी को तलब किया था। आदेश जारी करते हुए कहा था कि आपका यह कृत्य न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। दरअसल विभागीय अधिकारियों पर यह आरोप भी लगते रहे हैं कि जो ट्रक मालिक सुविधा शुल्क नहीं देते उनके कागजात समय से न्यायालय में प्रस्तुत नहीं करते औश्र बेवजह परेशान करते हैं।