भाजपा सरकार में सायरन की आवाज से कांपता है किसान

रिपोर्ट -अजीत सिंह पिहानी(हरदोई)- पिहानी कोतवाली के अंतर्गत ग्राम अलियापुर से सूचना मिली कि एक खेत मे पराली जलाई जा रही थी तभी पास के खेत के किसान ने भी अपनी पराली जलाई किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 112 पर सूचित किया गया जिस से 112 तुरंत मौके पर पहुँची ओर दो लोगो को अपने अंडर में ले लिया जानकारी के अनुसार गाँव वालों के कहने सुनने पर उन दोनों लोगो को गांव के बाहर आकर 112 नंबर ने छोड़ दिया। *आखिर क्यों जलाई जाती है पराली किसानों की जुबानी* कई किसानों से बातचीत के दौरान जानकारी मिली कि आखिर पराली क्यों जलाई जाती है किसानों ने बताया कि खेत मे हार्वेस्टर मशीन से जब फसल काट ली जाती है तो मशीन के द्वारा निकला हुआ अवशेष जोकि हैरो या फिर रोटावेटर से नही काटता जिस से हल नही लग पता है कितने बार भी खेत जोतने के बावजूद खेत की मिट्टी तक हल नही पहुंच पाता इसलिए पराली जला दी जाती है औऱ पराली जलने के बाद कुछ पराली रह जाती है जिससे हैरो व रोटावेटर से आसानी से जुताई हो जाती है *आगामी विधानसभा चुनाव में किसान की नाराजगी का पड़ सकता है भारी असर* किसानों का कहना है कि अब तक फसल को बर्बाद करने में अन्य मवेशियों की भूमिका थी लेकिन अब सरकार ने पराली जलाने भारत रोक लगाकर किसानों का और भी खर्चा बढ़ा दिया है जिससे किसान खेती ना करने पर धीरे धीरे मजबूर हो जाएगा अगर किसान सेमा में एक बार पराली जलाता है तो प्रदूषण होता है लेकिन चल रहे कारखानों से एवं ईंट भट्टों से प्रतिदिन धुआ निकलता है जिससे क्या प्रदूषण नहीं होता है आने वाले समय में प्रदेश सरकार को इन किसानों की नाराजगी का खामियाजा उठाना पड़ सकता है