भक्तों ने पांचाल घाट पर गंगा में लगाई डुबकी

पाली( हरदोई)-मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा पर पांचाल घाट पर गंगा में पवित्र डुबकी लगाने के लिए भक्तों का मेला लगा परंपरा पुरानी है एक समय था जब लोग बैल गाड़ियों पर राशन बिस्तर आदि लेकर गंगा के तट पर कई कई दिन का डेरा डाला करते थे पूर्णिमा की पूरी रात बैल गाड़ियों चूं चरम चरम आवाज ही सारी रात सुनाई पड़ती थी समय बदल गया औरलोगों की सोच भी अब तो तीव्र गति से वाहन कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही गंगा के तटों पर पहुंचकर पवित्र डुबकी लगाने की परंपरा निकली है यही कारण है कि बसों और ऑटो दोपहिया वाहनों से लोग पांचाल घाट गंगा पहुंचकर स्नान करते हैं पूर्व में जब बैल गाड़ियों से भक्तों का मेला चलता था तब सारी रात देवी गीत सुनाई पड़ते थे उसकी जगह अब प्रातः काल से ही वाहनों की आवाजें और उनके हारन सुनाई पड़ते हैं व्यवस्थाएं बदल गई कि आस्था मैं कोई अंतर नहीं आया है आज भी गंगा तटों पर भक्तों तांता लगा रहता है कार्तिक मेले में भले ही बैलगाड़ी ना दिखाई देती हो बड़ी संख्या में ट्रैक्टर व अन्य सवारियों से लोग पंचाल घाट पर पहुंचते हैं गंगा में डुबकी लगाते हैं कार्तिक पूर्णमासी को देखते हुए रूपापुर चौकी इंचार्ज अखिलेश सिंह ने कहा भक्तो को आने जाने में किसी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो सके।