काव्य गोष्ठी में कवियों ने बांधा समा

श्री जनकराज पारीक साहित्य एंव कला मंच की मासिक काव्य एंव कला गोष्ठी का आयोजन श्रीगंगानगर जिले के श्रीकरणपुर में हाईस्कूल रोड पर स्थित पेंशनर्स भवन में किया गया। इस काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता मंच अध्यक्ष प्रदीप सिंह अश्क ने की व विशिष्ट अतिथि रेल संघर्ष समिति के संयोजक बलदेव सैन थे। मंच संचालन कन्हैयालाल जगवानी ने किया। मां सरस्वती को याद करते हुए सचिव कन्हैयालाल ने श्रीगंगानगर स्थापना दिवस की शुभ कामनाएँ प्रेषित की व इसके इतिहास की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में पवन वासवानी ने संदेशे आते हैं देश भक्ति गीत गाकर कार्यक्रम में समा बांधा। नन्हे कवि जय वर्दन सिंह भाटी ने मुगलों की औकात नहीं जो हमें गुलाम बना सके प्रस्तुत की। वरिष्ठ कवि कुलविन्दर सिंह कामिल ने गजल पेश की। प्रवीन कुमार ने रचना यह सच है उसने पूरी बात सुनी नहीं व प्रदीप सिंह अश्क ने दीवाली सी हो गई जिन्दगी पेश कर वाहवाही लूटी। मंजू बाईसा ने मेरा मुल्क मेरा देश गीत गाकर कार्यक्रम में चार चांद लगाए। पवन गौड ने भी गीत गाकर समा बांधा। वरिष्ठ साहित्यकार सुषमा शारदा ने रचना नौसिखिए को बाज बनाती हूं प्रस्तुत कर नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की। कार्यक्रम के अंत में रेल संघर्ष समिति के संयोजक बलदेव सैन ने इस कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए श्रीगंगानगर स्थापना दिवस पर विशेष जानकारी साझा की। सभी ने इस अवसर पर महाराजा गंगा सिंह को याद कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।