मनरेगा कार्यों पर असर की आशंकाः जौनपुर के रोजगार सेवकों ने एग्रीस्टॉक काप सर्वे से मुक्ति मांगी, 5 कारण बताए।

जौनपुर के रामपुर ब्लॉक के ग्राम रोजगार सेवकों ने विकास अधिकारी को पत्र लिखकर एसीस्टॉक कीप सर्वे कार्य से मुक्ति की मांग की है। रोजगार सेवकों ने इसके लिए पांच प्रमुख कारण बताए हैं।

उन्होंने कहा कि उन्हें राजस्व संबंधी जानकारी और गाटा-खतौनी आदि अभिलेखों की समझ नहीं है। साथ ही, फील्ड में जाने से मनरेगा कार्य प्रभावित होंगे। ग्राम पंचायत में एकल कर्मचारी व्यवस्था होने के कारण मनरेगा के सभी कार्य एक ही कर्मचारी को देखने होते हैं।

सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई है। फील्ड में सांप, बिच्छू जैसे जहरीले जीवों से खतरा रहता है, जिसके लिए सरकार की कोई स्पष्ट सुरक्षा नीति नहीं है। प्रति गाटा/प्रति लॉट के हिसाब से प्रस्तावित प्रोत्साहन राशि भी कार्य की तुलना में कम है।

रोजगार सेवकों का कहना है कि यह कार्य मनरेगा जॉब चार्ट में शामिल नहीं है। ब्लॉक अध्यक्ष सुनील ओझा के नेतृत्व में रोजगार सेवक संघ ने विभागीय भूमिका और संसाधनों की स्थिति को देखते हुए इस सर्वे कार्य से मुक्ति की मांग की है। चंदा देवी, प्रेम शंकर, अरुण कुमार, रोशनी जायसवाल, शिव कुमार, वीरेंद्र, बिनीत रतन सोनकर, राजेश अनीता सिंह, संदीप कुमार, देवी पटेल, कमलेश कुमार, प्रेमचंद, सावित्री, चिंता, रेनू, अशोक, शिखा, संतोष, जयप्रकाश, गुलाब सरोज,आदि रहे।