बिजनौर की डीपीआरओ दमनप्रीत अरोड़ा ने यूपीएससी में लहराया परचम, पाई 103वीं रैंक

बिजनौर (शारिक ज़ैदी)


संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा 2024 के नतीजों में बिजनौर के लिए गौरव का क्षण आया है। जिले में तैनात डिस्ट्रिक्ट पंचायत राज ऑफिसर (डीपीआरओ) दमनप्रीत अरोड़ा ने 103वीं ऑल इंडिया रैंक प्राप्त कर अपने सपने को साकार कर दिया है। उनके चयन की खबर मिलते ही जिला मुख्यालय में जश्न का माहौल बन गया। विकास भवन में उनके सहकर्मियों ने उन्हें मिठाई खिलाकर और फूलों से स्वागत कर बधाई दी।

दमनप्रीत मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली हैं। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी चंडीगढ़ से ही हुई है। वर्ष 2024 के अंत में उन्होंने बिजनौर में डीपीआरओ के रूप में कार्यभार संभाला था, और तभी से वे नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं।

उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी उन्होंने कॉलेज के दौरान 2017 से शुरू की थी। 2020 में PCS परीक्षा पास कर वे सरकारी सेवा में आ गईं, लेकिन सिविल सर्विसेज में चयन का सपना उन्होंने नहीं छोड़ा। यह उनका तीसरा प्रयास था, जिसमें उन्होंने सफलता प्राप्त की।

दमनप्रीत ने बताया कि वे कोई कोचिंग नहीं करती थीं, बल्कि उन्होंने पूरी तैयारी सेल्फ स्टडी से की। पढ़ाई के लिए उन्होंने दिन के समय को पूरी तरह व्यवस्थित किया और अधिकतम उपयोग किया। "मैं सुबह जल्दी नहीं उठती, इसलिए दिन में ही पूरी तैयारी करती थी," उन्होंने कहा।

अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता, भाई और बिजनौर की डीएम व सीडीओ को दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हमेशा उनका सहयोग किया और जब भी पढ़ाई के लिए समय चाहिए होता, छुट्टी देने में कभी समस्या नहीं हुई।

उनके पिता पंजाब में एक सरकारी अधिकारी हैं, माँ गृहिणी हैं और भाई प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत हैं। दमनप्रीत पहले हरियाणा सिविल सेवा में भी चयनित हो चुकी हैं लेकिन उन्होंने वहाँ कार्यभार नहीं संभाला था क्योंकि उनका लक्ष्य शुरू से ही यूपीएससी था।

दमनप्रीत की यह सफलता उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सरकारी सेवा में रहते हुए भी अपने बड़े सपनों को साकार करने का हौसला रखते हैं।
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