बावन की जामा मस्जिद में तरावीह कुरआन हुआ मुकम्मल, मौलाना जावेद ने मुल्क में अमन चैन भाईचारे के लिए की दुआ, कहा- नेक रास्ते पर चलकर जिंदगी को गुजारे

बावन की जामा मस्ज़िद में में देर रात तरावीह में कुरआन मुकम्मल हुआ। ईशा के बाद होने वाली तरावीह की नमाज़ में 1.25 पारा पढ़ाया जा रहा था, जिसके चलते 24 वीं तरावीह को कुरआन करीम मुकम्मल हुआ है।
मौलाना सैय्यद याहया ने कुरआन करीम के मुकम्मल होने के बाद तकरीर में बताया कि कुरआन का देखना पढ़ना सुनना सब शबाब है। इसके पढ़ने में जो गलतियां हुई है उसके लिए मौलाना ने माफी तलाफी के लिए अल्लाह से दुआ की। इसके साथ ही उन्होंने ब्याज लेना और देना हराम बताया है। उन्होंने नौजवानों को तंबी करते हुए कहा कि मुसलमान आज नशाखोरी, जुआं शराब सट्टे में पड़ा हुआ है जोकि हराम हैं। इन कामों से बचना चाहिए और अपनी जिंदगी को रसूल की जिंदगी के मुताबिक गुजारना चाहिए। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग से बचने की नसीहत की। कहा कि सोशल मीडिया पर कोई भी गलत पोस्ट और कमेंटबाजी न करे, रसूल की सुन्नत के मुताबिक जिंदगी गुजारे।
इस मुकद्दस मौके पर उन्होंने ऐलान किया कि ईद के बाद जामा मस्जिद में स्थापित ईदारे को दुनियावी तालीम से भी जोड़ा जायेगा। जिसमें अरबी उर्दू के साथ हिंदी इंग्लिश गणित को भी पढ़ाया जायेगा।
जामा मस्जिद के सदर हाफिज़ सैय्यद उबैदुल्ला ने बताया कि मुसलमानों को नेक रास्ते पर चलना चाहिए और बुरे कामों से बचना चाहिए।
जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना जावेद ने कुरआन करीम को तरावीह में सुनाया और गलती से माफी तलाफी के लिए अल्लाह से दुआ की। इस दौरान उन्होंने मुल्क में अमन चैन भाईचारे के लिए भी दुआ कराई।