इज्जतनगर रेलवे अधिकारी क्लब, रोड नं. 2 इज्जतनगर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. यू. एस. नाग के कुशल निर्देशन एवं बत्रा अस्पताल

इज्जतनगर रेलवे अधिकारी क्लब, रोड नं. 2 इज्जतनगर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. यू. एस. नाग के कुशल निर्देशन एवं बत्रा अस्पताल, नई दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डाॅ. संजीव शर्मा एवं डाॅ. संजय पाॅण्डेय तथा मण्डल चिकित्सालय इज्जतनगर के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा रेल राजपत्रित अधिकारियों हेतु एक बहुद्देशीय स्वास्थ परीक्षण शिविर तथा जीवन शैली जनित रोगों पर एक बृहद संगोष्ठी आयोजन किया गया। सेमीनार में मुख्य अतिथि मंडल रेल प्रबंधक वीणा सिन्हा थी। जिसमें हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. संजीव २ार्मा एवं अन्य विशेषज्ञ चिकित्सको द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य विषय पर व्यापक ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान की गई। मुख्य अतिथि मंडल रेल प्रबंधक वीणा सिन्हा ने सर्वप्रथम सभी को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक २ाुभकानाएँ दी तथा उन्होंने कहा कि खुश मन और स्वस्थ २ारीर के लिए, २ाारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत का ध्यान रखना जरुरी है। खुश रहने से दिल और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं।उपरोक्त बहुद्देशीय स्वास्थ परीक्षण शिविर में 42 राजपत्रित रेल अधिकारियों एवं उनके परिजनों का भी हृदय, दंत, नेत्र, हड्डी एवं स्त्री रोग का रक्त जाँच के साथ-साथ अत्याधुनिक मशीन द्वारा बी. एम. डी. जाँचोपरांत स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उपरोक्त बहुद्देशीय स्वास्थ परीक्षण शिविर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. यू.एस.नाग, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. मनोहर कुमार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशुतोष शंखधर, डाॅ. सचिन श्रीवास्तव, डाॅ. प्राची वर्मा, डाॅ. विदुषी, डाॅ. अदिती एवं अन्य सभी शाखाओं के वरिष्ठ शाखा अधिकारी उपस्थित थे।उपरोक्त सेमीनार के पश्चात् मण्डल चिकित्सालय इज्जतनगर में भी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. यू. एस. नाग के कुशल निर्देशन में बत्रा अस्पताल, नई दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. संजीव शर्मा एवं डाॅ. संजय पाॅण्डेय तथा मण्डल चिकित्सालय इज्जतनगर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सचिन श्रीवास्तव द्वारा हृदय रोग परीक्षण हेतु एक शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 43 रेल कर्मचारियों एवं उनके आश्रितो का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं तदनुसार चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई। उपरोक्त हृदय रोग परीक्षण शिविर में समस्त चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ तथा चिकित्सालय में उपस्थित अन्तः रंग एवं वाहृय विभाग के रोगी एवं उनके परिजन उपस्थित थे।