ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन

जलेसर,एटा (उत्तर प्रदेश)। ब्लॉक जलेसर की ग्राम पंचायत शकरौली के उपग्राम धर्मपुर के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए तहसीलदार जलेसर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में विकास कार्य ठप पड़े हैं, और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

ग्राम पंचायत में विकास कार्य नहीं, फिर भी धन निकासी
ग्रामीणों ने बताया कि बीते चार वर्षों में गांव में गली-खरंजा निर्माण का कोई कार्य नहीं हुआ। सफाई कर्मियों को वेतन दिया जा रहा है, लेकिन नालियों की सफाई तक नहीं कराई जाती। यहां तक कि ग्रामीणों द्वारा निजी खर्च पर लगाए गए हैंडपंपों को भी सरकारी रिकॉर्ड में जोड़कर धन का गबन किया गया है।

घटिया निर्माण और फर्जी रिपोर्ट का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बनी कुछ नालियों में भी घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। कई बार आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की गई, लेकिन पंचायत सचिव और प्रधान ने फर्जी रिपोर्ट लगाकर मामलों को निपटा दिया।

पंचायत सचिव पर निष्पक्ष चुनाव में बाधा डालने का आरोप
ग्रामीणों ने पंचायत सचिव सुनील दिवाकर को तत्काल हटाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्षों से शकरौली पंचायत में तैनात सचिव निष्पक्ष चुनाव नहीं होने देता और अपने मनमुताबिक प्रधान के चयन की कोशिश करता है।

धरना-प्रदर्शन और चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे और आगामी पंचायत चुनावों का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

रिपोर्ट-रमेश जादौन एटा।