चकिया: विकासखंड के इस दो गांवों में गौशाला के निर्माण के नाम पर लाखों रुपए गबन का मामला आया सामने, एसडीएम दिव्या ने डीएम को भेजी रिपोर्ट 

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया: पिछले दिनों संपूर्ण समाधान दिवस में गौशाला में गबन के मामले को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने उपजिलाधिकारी चकिया को आदेशित किया था। जिसके बाबत उपजिलाधिकारी दिव्या ओझा ने जिला पंचायत राज अधिकारी चंदौली, खंड विकास अधिकारी चकिया और तहसीलदार चकिया की टीम बनाकर प्रार्थना पत्र की जांच करने के लिए आदेशित किया था। जिसमें तात्कालिक 2021 की खंड विकास अधिकारी सेक्रेटरी और ग्राम प्रधान के मिली भगत से गौशाला अनुदान में लाखों रुपए का गबन करने का मामला सामने आया।

चकिया संपूर्ण समाधान दिवस में गरला गांव निवासी अनिल कुमार श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को वर्ष 2021 में गौशाला में फर्जी तरीके से उसकी आईडी पर निकिता इंटरप्राइजेज द्वारा 63000 मजदूरी का निकाल लिया गया और बाद में कुल 140000 रुपए भुगतान भी कर लिया गया लेकिन गौशाला का निर्माण नहीं किया गया वही विजयपुरवा ग्राम सभा के संगीता ने शिकायत की की मेरे द्वारा गौशाला की कोई मांग नहीं की गई थी। बावजूद उसके ग्राम प्रधान विजयपूरवा और सेक्रेटरी द्वारा फर्जी तरीके से मेरे नाम से गौशाला पास कर कर आईडी नंबर 317स6080 से कुल 109150.37 रुपए निकल लिए गए। और गौशाला का निर्माण तक नहीं हुआ। वही विजयपुरवा गांव के ही बलिराम रस्तोगी ने भी अपने शिकायत पत्र में बताया कि प्रधान और सेक्रेटरी की मिली भगत से मेरे आईडी नंबर 317100780 से भी कुल 114597 रुपए निकाल दिए गए। और मुझे इसकी जानकारी तक नहीं है और ना ही उनके द्वारा कहीं गौशाला बनाया गया। उक्त प्रकरण में जिलाधिकारी के आदेश पर एसडीएम ने जांच कराई थी । उपजिलाधिकारी ने बताया कि समाधान दिवस में पड़े प्रार्थना पत्र की शिकायत सही पाया गया जिसकी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदय को प्रेषित कर दी गई है।