चकिया एसडीएम दिव्या ने लतीफशाह बांध का किया दौरा, लगातार ले रही है पल-पल का अपडेट,जानिए क्या है स्थिति

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- लगातार दो दिनों तक हो रही बारिश के बाद कर्मनाशा नदी के बांधो में पानी लबालब भर जाने के बाद मूसाखाड़ बांध के बाद लतीफशाह डैम से भी पानी छोड़ा गया है।जिसके बाद तहसील प्रशासन,जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग पूरी तरह सक्रिय हो गया है।सैलानियों को बांध से दूर रोका गया है।जिससे सैलानी गिरते पानी के पास न पहुच पाएं।और किसी भी प्रकार का कोई हादसा न हो सके।वही एक दिन पूर्व डीएम निखिल टीकाराम फुंडे व एसपी आदित्य लांग्हे ने लतीफशाह बांध का दौरा कर हाल जानने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।वहीं अग्रिम आदेशों तक सैलानियों व आसपास के लोगों के लिए भी आवागमन बंद कर दिया गया है।वहीं एसडीएम दिव्या ओझा भी लगातार बांध से गिरते पानी के साथ-साथ आसपास के कर्मनाशा नदी के किनारे बसे गांव के ग्रामीणों से बातचीत कर स्थितियों का जायजा लेने के साथ ही उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के साथ ही जरूर की सुविधा मुहैया कराने को लेकर सक्रिय हैं। बुधवार की सुबह में एसडीएम दिव्या ओझा ने लतीफशाह स्थित बांध पर पहुंच कर गिरते पानी की स्थितियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में गिरते पानी की स्थितियां सामान्य है। हालांकि अभी पर्यटकों को दूर ही रोका गया है, जल्द ही स्थितियों के और सामान्य होते ही सैलानियों को बंद तक आने के लिए अनुमति दे दी जाएगी।

बताते चलें कि पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले 48 घंटे में हुई जोरदार बारिश के कारण कर्मनाशा नदी के बंधे उफनाने लगे हैं। जलस्तर उच्चतम बिंदु पर पहुंचने के बाद बांधों से कर्मनाशा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे शहाबगंज और चंदौली ब्लॉक के निचले हिस्सों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है। पिछले 48 घंटे में बिहार और नगवा क्षेत्र में 60 मिमी बारिश होने से सोनभद्र स्थित नगवां बांध पूरी तरह भर गया। ऐसे में बांध से 20 हजार क्यूसेक पानी कर्मनाशा नदी में छोड़ा गया, जिससे नौगढ़ बांध का जलस्तर उच्चतम बिंदु 895 फीट से ऊपर चला गया। मंगलवार को भोर में नौगढ़ बांध से 26 हजार क्यूसेक पानी कर्मनाशा नदी में छोड़ा गया, जिससे मूसाखाड़ बांध का जलस्तर उच्चतम बिंदु 356 फिर से ऊपर पहुंच गया। ऐसे में मूसाखाड़ बांध से 44 हजार 445 क्यूसेक पानी लतीफशाह बियर में छोड़ा गया।

जिससे शहाबगंज और चंदौली के निचले इलाकों में बाढ़ का संकट घराने लगा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का मानना है की बरसात की स्थिति यही बनी रही तो बांधों से पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी रहेगा। मूसाखाड़ बांध के सहायक अभियंता राकेश तिवारी ने कहा कि पहाड़ों में बारिश होने और नगवा, नौगढ़ बांध से पानी छोड़े जाने के कारण मूसाखाड़ बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। खतरे को देखते हुए मूसाखाड़ बांध से कर्मनाशा में पानी छोड़ना पड़ रहा है। चंद्रप्रभा प्रखंड के अधिशासी अभियंता सर्वेश चंद्र सिन्हा ने कहा कि बांधों में पानी क्षमता से ज्यादा पहुंच गया है। खतरे को देखते हुए बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है।