स्मैक तस्करों से रिश्वत में 9 लाख रुपए लेने वाला थाना फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक,एसपी मानुष पारीक के छापामारी अभियान के दौरान दीवार कूद कर भागा। पुलिस महकमें को दागदार करने वाले रिश्वतखोर स

स्मैक तस्करों से रिश्वत में 9 लाख रुपए लेने वाला थाना फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक,एसपी मानुष पारीक के छापामारी अभियान के दौरान दीवार कूद कर भागा।

पुलिस महकमें को दागदार करने वाले रिश्वतखोर स्पेक्टर रामसेवक की तलाश में जुटी कई थानों की पुलिस।
पीलीभीत जनपद में भी चर्चाओं में रहा था इंस्पेक्टर रामसेवक।

राजेश गुप्ता संवाददाता।

बरेली जनपद के थाना फरीदपुर के प्रभारी इंस्पेक्टर रामसेवक जहां-जहां रहे वहां वहां चर्चाओं में रहे हैं।पूर्व में पीलीभीत जनपद के कई थानों में भी थाना प्रभारी का चार्ज लेकर काफी सुर्खियों में रहे हैं।सबसे ज्यादा ख्याति रामसेवक को थाना माधो टांडा से मिली है बताया जाता था थाना प्रभारी से मिलने के लिए गोतस्कर उनके आवास पर आया करते थे।वहीं अब बरेली के फरीदपुर में थाना प्रभारी रामसेवक के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायतें एसएसपी अनुराग आर्य को लगातार मिल रही थी।एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया फरीदपुर पुलिस ने स्मैक तस्कर नवदिया निवासी आलम, मोहम्मद इस्लाम,नियाज अहमद को पकड़ा था इन सभी को छोड़ने के लिए इंस्पेक्टर फरीदपुर रामसेवक ने ₹900000 रिश्वत के रूप में लिए थे। इस पर एसपी दक्षिण मानुष पारीक को छापा मारने के लिए कहा गया था।गुरुवार को दोपहर एसपी मानुष पारीक टीम के साथ फरीदपुर थाने पहुंचे तो इंस्पेक्टर रामसेवक थाने की दीवार को फांदकर भाग गया।हालांकि एसपी दक्षिण के गनर में रिश्वतखोर स्पेक्टर रामसेवक को पकड़ने की कोशिश की मगर वह भागने में कामयाब रहा।इंस्पेक्टर रामसेवक के आवास की तलाशी लेने पर ₹900000 की गड्डियां बेड पर पाई गई। इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ थाना फरीदपुर में भ्रष्टाचारी अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। फरार रिश्वतखोर इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के लिए 29 स्थान की पुलिस को लगाया गया है साथ ही पीलीभीत शाहजहांपुर बरेली बदायूं इस संबंध में सूचना भेजी गई है।