चकिया- एसडीएम दिव्या के निरीक्षण में जिला संयुक्त चिकित्सालय की खुली पोल, तीन डाक्टर व 3 कर्मचारी मिले अनुपस्थित 

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय�

चकिया- स्थानीय जिला संयुक्त चिकित्सालय में सोमवार की सुबह एसडीएम दिव्या ओझा ने पहुंच कर औचक निरीक्षण किया। एसडीएम के निरीक्षण में अस्पताल के तीन डाक्टर व तीन कर्मचारियों की कुर्सी खाली मिली। जानकारी लेने पर मालूम हुआ कि यह सभी अनुपस्थित हैं। जिनके खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम ने उच्चाधिकारियों को भेजा है। इसके साथ ही निरीक्षण के दौरान मरीज को पहले फुला कर बाहर की जांच और दावा करने के नाम पर ले जाने वाले तीन दलालों को भी हिरासत में लेकर स्थानीय कोतवाली पुलिस को सब दिया गया है। एसडीएम दिव्यां निरीक्षण के दौरान वार्डों में पहुंचकर भर्ती मरीजों का हाल जाना और उनको दी जाने वाली सुविधाओं के साथ-साथ अन्य चीजों की भी जानकारी ली। एसडीएम के औचक निरीक्षण से जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में हड़कंप मचा रहा।

सोमवार की सुबह एसडीएम दिव्या ओझा ने जिला संयुक्त चिकित्सालय में पहुंचकर आवश्यक निरीक्षण करना शुरू कर दिया। अस्पताल के तीन डॉक्टर और तीन कर्मचारी समय से अपने ड्यूटी पर नहीं पाए गए। जानकारी लेने पर पता चला की अनुपस्थिति हैं। इसके बाबत रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम ने उच्च अधिकारियों को भेजा है। इसके साथ ही एसडीएम के निरीक्षण में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीज को बहला फुसलाकर अच्छा इलाज के नाम पर जांच और जांच और महंगी दवाई दिलाने वाले तीन दलालों को भी मौके से हिरासत में लेकर स्थानीय कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद एसडीएम ने विभिन्न वार्डों में पहुंचकर भर्ती मरीजों से उनका हाल जानने के साथ ही दावों और मिलने वाली अन्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली और अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एसडीएम ने कहा कि किसी भी हाल में मरीजों के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने डॉक्टरों को निर्देशित किया कि कोई भी डॉक्टर मरीज को बाहर से दवा नहीं लिखेगा।

हिरासत में लिए गए दलालों के संबंध में जब चकिया कोतवालअतुल प्रजापति से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो कई बार रिंग जाने के बाद भी उनका फोन नहीं उठ सका। और इसके बारे में जानकारी देने से कतरातेनजर आए।

इस दौरान सीएमएस रामबाबू सिंह ,सर्जन डॉ अशोक कुमार,दिलशाद,सहित तमाम लोग मौजूद रहे।