चकिया क्षेत्र के निवासी असम राइफल्स के शहीद जवान को मरणोपरांत मिला शौर्य चक्र पुरस्कार, राष्ट्रपति ने परिजनों को सौंपा 

चकिया- तहसील क्षेत्र के शहाबगंज विकासखंड के रसिया गांव निवासी विजय कुमार के छोटे पुत्र आलोक राव असम राइफल्स छत्तीसगढ़ में तैनात थे। जो की 17 में 2023 को छत्तीसगढ़ के मणिपुर में नक्सलियों से नक्सली हमले में लोहा लेते हुए घायल हो गए थे। कोलकाता स्थित कमांड अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन काफी इलाज के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका था और उनकी मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद उनके सबको सीआरपीएफ द्वारा उनके फैक्ट्री गांव लाया गया जहां परिजनों के सहमति से शहीद आलोक राव के शव को दफन कर दिया गया। और उसी के ऊपर कुछ दिन पहले उनकी मूर्ति बनाई गई थी।हालांकि आलोक राव के संघर्ष और वीरता को देखते हुए देश के लिए मेरी जान कुर्बान कर देने पर उन्हें मरणोपरांत शुक्रवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शौर्य चक्र पुरस्कार से नवाजा गया।जो पुरस्कार शहीद जवान आलोक राव के पिता उनके पिता विजय कुमार और उनकी माता माया देवी को राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया गया।

देश के लिए नक्सली हमले में शहीद होने पर उन्हें शौर्य चक्र पुरस्कार से राष्ट्रपति द्वारा नवाजे जाने के बाद उनके पिता विजय कुमार ने कहा कि देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने तथा अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति असाधारण प्रदर्शन करने के लिए बेटे आलोक राय को मरणोपरांत प्रदान किया गया है। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।