राबर्ट्सगंज संसदीय सीट पर क्या छोटे लाल की काम आएगी चाल,या जितेंद्र कुमार कर जायेंगे कमाल, किसके नाम पर लगेगी मुहर देखना होगा दिलचस्प संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

राबर्ट्सगंज- सीट से लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ अपना दल एस ने अपना प्रत्याशी घोषित करते हुए छानबे की विधायक रिकी कोल को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं खुद तेज हो गई हैं। और लगातार सीटिंग सांसद का टिकट कटने के बाद लोगों ने अपनी अपनी राय रखना शुरू कर दिया है। वहीं समाजवादी पार्टी ने अभी तक राबर्ट्सगंज की सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। ऐसे में सपा को लेकर भी अभी सस्पेंस बना हुआ है कि आखिरकार किसके नाम पर पार्टी मोर लगाएगी और कौन अपना दल इसकी रिकी कोल से टक्कर ले पाएगा।

हालांकि ऐसे में अगर देखा जाए तो अब तक समाजवादी पार्टी से प्रबल दावेदार के रूप में पूर्व में भारतीय जनता पार्टी से राबर्ट्सगंज संसदीय सीट से एक बार के सांसद रह चुके छोटेलाल खरवार का भी नाम तेजी से चर्चा में है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट अभी चर्चा में चल रहे हैं। नामांकन के लिए चार सेट में पर्चा की भी खरीदारी कर ली है। ऐसे में जितेंद्र कुमार एडवोकेट के नाम को लेकर भी काफी जोर-जोर से लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है। हालांकि ऐसे में सत्ता पक्ष से जुड़े एक और व्यक्ति का भी नाम चर्चा में है। लेकिन पार्टी कार्यालय पर एक बैठक के दौरान उनके नाम पर अन्य पार्टी से जुड़े लोगों ने विरोध शुरू कर दिया,जिसके बाद उनके नाम पर पार्टी हाई कमान ने चुप्पी साथ ली।

हालांकि आपको बता दें टिकट को लेकर सभी प्रबल दावेदार वर्तमान में लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर अड्डा जमाए बैठे हैं। कि आखिरकार कब तक पार्टी हाई कमान की तरफ से प्रत्याशी के नाम की घोषणा की जाती है। यह देखना अहम होगा। हालांकि आने वाले समय में क्या छोटेलाल खरवार कमाल कर जाते हैं, या फिर टिकट लेने में जितेंद्र कुमार एडवोकेट सफल होते हैं। यह आने वाला वक्त ही तय करेगा। हालांकि अब उम्मीदवार की घोषणा होने में मात्र कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं।

*एक बार समाजवादी पार्टी जितेंद्र कुमार एडवोकेट पर जता चुकी है भरोसा*
आपको बताते चलें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट पर समाजवादी पार्टी ने पहले भी भरोसा जताते हुए उन्हें चकिया विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी घोषित किया था। लेकिन भाजपा प्रत्याशी कैलाश खरवार से उन्हें हर का सामना करना पड़ा था। ऐसे में एक बार फिर जितेंद्र कुमार एडवोकेट लोकसभा चुनाव लड़ने की जुगत में होकर दावेदारी की है। ऐसे में यह देखा जा रहा है कि क्या फिर से समाजवादी पार्टी जितेंद्र कुमार एडवोकेट पर भरोसा जताती है या फिर सपा किसी नए चेहरे की खोज में लगी हुई है।

*जितेंद्र एडवोकेट की वोटरों में है अच्छी पकड़*

आपको बताते चलें कि समाजवादी पार्टीके पूर्व विधायक और चकिया विधानसभा क्षेत्र के दिग्गज नेता जितेंद्र कुमार एडवोकेट की अगर बात करें तो चाहे वह विधानसभा हो या फिर लोकसभा क्षेत्र हो,उसमें आम जनता और वोटरों में पकड़ के मामले में जितेंद्र माहिर माने जाते हैं। कुछ राजनीति से जुड़े लोगों का मानना है कि जितेंद्र कुमार की अपने कार्यों से दलितों के साथ-साथ अन्य जाति के लोगों में भी उनकी एक अलग व्यक्तिगत पहचान है।

*जाति समीकरण के आधार पर टिकट देने की जुगत में है समाजवादी पार्टी*

आपको बताते चलें कि राबर्ट्सगंज संसदीय सीट पर अपना आधार एस का रिंकी कोल को प्रत्याशी घोषित होने के बाद समाजवादी पार्टी ने अभी तक अपना पता नहीं खोला है, वही बहुजन समाज पार्टी ने एक दलित को मैदान में उतारा है। ऐसे में समाजवादी पार्टी किसी ऐसे प्रत्याशी के खोज में है जो कि इन दोनों प्रत्याशियों पर भारी पड़ सके। हालांकि प्रत्याशी घोषित होने के बाद जातीय समीकरण को आधार बनाने में समाजवादी पार्टी कितना कामयाब हो पाएगी या आने वाला वक्त ही तय करेगा।