हरदोई में ध्वनि विस्तारक यंत्रों के विरुद्ध चलाया गया अभियान, सार्वजनिक और धार्मिक स्थलों से उतरवाए गए मानक विहीन लाउडस्पीकर, 687 में 320 स्थानों को चेक किया गया

हरदोई। प्रदेश सरकार ने लाउडस्पीकर की आवाज को कंट्रोल करने के लिए पुलिस महकमे को निर्देश दिए है। इसके बाद पुलिस विभाग ने सार्वजनिक स्थानों और धर्मस्थलों से ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज को धीमा करने के लिए सुबह 5 से 7 बजे तक अभियान चलाया। जिसमें एसपी से लेकर एएसपी ने पुलिस बल के साथ मंदिर और मस्जिद में पहुंचकर ध्वनि को धीमा करने की अपील की। शासन का फरमान सुनते ही धर्मगुरुओं ने मंदिर,मस्जिद और गुरुद्वारा से लाउडस्पीकर को उतरवाना शुरू कर दिया है । सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार 45 डेसिबल तक ध्वनि का प्रयोग किया जा सकता है।
हरदोई में शासन और एसपी केशव चंद गोस्वामी के निर्देश पर धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर को उतरवाने का अभियान चलाया गया। जिसमें एसपी ने अपने मातहतों के साथ अभियान में भाग लिया। सुबह 5 बजे से शुरू हुआ अभियान सुबह 7 बजे तक चलता रहा। जिसमें जिले के विभिन्न मंदिर और मस्जिद तक पहुंचे एसपी और एएसपी ने ध्वनि विस्तारक यंत्रों को उतारने की अपील की। पुलिस विभाग ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के बारे में धर्मगुरुओं को बताया और उसका पालन करने के निर्देश दिए। इसके बाद कुछ धर्मगुरुओं ने पुलिस के सामने ही मंदिर और मस्जिद से ध्वनि विस्तारक यंत्रों को उतार लिया। साथ ही मानक के अनुसार ध्वनि का प्रयोग करने का पुलिस को भरोसा दिलाया। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार 45 डेसिबल तक ध्वनि का प्रयोग किया जा सकता है। जबकि धर्मस्थलों पर 100 से 110 डेसिबल तक ध्वनि का प्रयोग किया जाता है। इससे लोगों के स्वास्थ्य को हानि पहुंचती है और नींद में खलल पड़ती है। सीएम योगी के निर्देश पर यह अभियान प्रदेश भर में चलाया जा रहा है। डीजीपी विजय कुमार ने निरंतर इस अभियान को चलाए जाने के निर्देश दिए है।
एएसपी पश्चिमी दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार और पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन और निर्देशन में ध्वनि विस्तारक यंत्रों की चेकिंग का अभियान चलाया गया। जिसमें सार्वजनिक एवं धार्मिक 687 स्थलों में से 320 को चेक किया गया। इनमें 40 लाउडस्पीकर मानक के अनुसार नहीं चल रहे थे, उनको मानक के अनुसार कराया गया और जहां लाउडस्पीकर एक के बजाय दो या अधिक लगे थे, उनको उतरवाया गया है। यह प्रक्रिया निरंतर अभी सतत चलेगी।