आदमखोर बाघ को जल्द पकड़ने के लिए आक्रोशित ग्रामीणों ने माधौंटांडा पीलीभीत मार्ग किया जाम, डीएफओ के आश्वासन के बाद खुला जाम।

कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव मथना जपती, चकपुर में आदमखोर बाघ के हमले में एक ग्रामीण बाल बाल बच गया। बाघ के हमले के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को दी। कई घंटे बीतने के बाद भी कोई भी वन अधिकारी व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा जिससे क्षेत्रवासियों में आक्रोश बढ़ गया। क्षेत्र में आदमखोर बाघ के लगातार ग्रामीणों के घरों व खेतों के आसपास दिखाई देने से क्षेत्रवासी काफी डरे हुए हैं। किसान व मजदूर खेतों पर जाने से कतरा रहे हैं। शुक्रवार को बाघ चकपुर के भाग सिंह के फार्म के पास तालाब के निकट बाघ आराम फरमाता हुआ दिखाई दिया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। शनिवार को आक्रोशित भीड़ ने माधौटांडा पीलीभीत मार्ग पर मथना जपती गुरुद्वारे के पास जाम लगा दिया। सैकड़ो लोग जाम लगा कर सड़क पर बैठ गए। सूचना मिलते ही मौके पर वन विभाग के एसडीओ दिलीप कुमार तिवारी, डीएफओ नवीन खंडेलवाल एवं तहसीलदार कलीनगर पहुंच गए। वन विभाग के अधिकारियों व तहसीलदार कलीनगर के द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन आक्रोशित भीड़ बाघ को जल्द पकड़ने की कार्रवाई पर अड़ी रही।

भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के पूरनपुर ब्लाक अध्यक्ष हरदीप सिंह एवं स्थानीय ग्रामीणों ने भी पांच सूत्रीय मांगे रखी जिसमें बाघ को पकड़ने, जंगल के किनारे तार फेंसिंग करवाने, शाहगढ़ माइनर की सफाई करवाने, माइनर की मिट्टी उठाने, मथना जपती के आसपास रोड की सफाई करवाने आदि मांगे रखी। डीएफओ नवीन खंडेलवाल द्वारा जल्द कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित भीड़ शांत हुई। आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खोल दिया। जाम लगने से दोनों ओर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जाम खुलवाने के बाद यातायात सुचारु कर दिया गया।

माधौटांडा थाना प्रभारी अचल कुमार भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और जाम खुलवाने में लग रहे।उपस्थित लोगों में बलबीर सिंह, हरदीप सिंह, सुखविंदर सिंह, रणजीत सिंह, चमकौर सिंह, बलजीत सिंह, उतम सिंह, जसकरन सिंह, हरनाम सिंह, शेर सिंह, सौरभ, मुकिल, राधेश्याम, पवन गौतम, महेंद्र गौतम, गोकिल प्रसाद आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।