जौनपुर-वार्ड नंबर 17 से हैट्रिक लगायेंगे सपा के साजिद अलीम?निर्दलीय मनोज सोनकर और भाजपा के विजय साहू बड़ी चुनौती...

जौनपुर निकाय चुनाव 2023-उत्तर प्रदेश में इन दिनों निकाय चुनाव की खूब गहमागहमी दिखाई दे रही है जिसमे भाजपा,समाजवादी पार्टी,बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस सहित अन्य दल भी खूब ज़ोर आज़माइश कर रहे हैं।

बात करें जनपद जौनपुर की तो यहां नगर पालिका परिषद में कुल 39 वार्ड हैं इन्हीं में से वार्ड नंबर 17 मोहल्ला रौज़ा अर्ज़न से लगातार दूसरी बार सभसाद रहे साजिद आलिम अब तीसरी बार से सपा का झंडा लिए मैदान में उतरे हैं।जहां एक तरफ साजिद अलीम तीसरी बार मैदान में ताल ठोक रहे हैं तो वहीं उनको हैट्रिक लगाने से रोकने के लिए भाजपा ने विजय साहू पर दांव लगाया है तो दूसरी तरफ वार्ड में सोनकर समाज की अच्छी संख्या के बल पर मनोज सोनकर भी पूरे आत्मविश्वास के साथ सपा के साजिद अलीम को पछाड़ कर सभासद की कुर्सी पर कब्ज़ा जमाने को आतुर हैं।यूपी में कई दशकों से हाशिये पर पहुंच चुकी कांग्रेस ने भी शाहनवाज मंज़ूर को चुनावी रण में उतारा है।

हमने जौनपुर सदर की नगर पालिका परिषद के कई वार्ड में आम जनमानस से चुनाव का माहौल समझने की कोशिश की तो वार्ड नंबर 17 मोहल्ला रौज़ा अर्ज़न की स्थित चौंका देने वाली पता चली।आम जनमानस यूं तो खामोशी ओढ़े बैठा है लेकिन हमारे बहुत कुरेदने पर कुछ लोगों ने बातचीत में इशारा दिया कि दो बार से सभासद चुने जा रहे समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी साजिद अलीम हैट्रिक लगा सकते हैं लेकिन उनकी जीत की राह में भाजपा के विजय साहू और निर्दल प्रत्याशी मनोज सोनकर बड़ा रोड़ा बन रहे हैं ऐसी स्थिति में साजिद अलीम के तीसरी बार जीतने की राह बहुत आसान भी नही है क्योंकि सोनकर समाज की अच्छी संख्या इस वार्ड में बड़ा एवं निर्णायक रोल अदा करती है।मनोज सोनकर की दमदारी से इसलिए भी इंकार नही किया जा सकता क्योंकि भाजपा के दिग्गज नेता रहे विद्या सागर सोनकर जो एमएलसी भी रह चुके हैं उनके करीबी बताये जाते हैं जो कि इसी वार्ड के निवासी हैं जिसका फायदा भी उन्हें मिलने के पूरे आसार हैं।बात करें कांग्रेस प्रत्याशी शाहनवाज मंज़ूर की तो ये कहने में कोई संकोच नही की उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की जो हालत है वही हालत वार्ड नंबर 17 रौज़ा अर्ज़न में भी है।

आपको बता दें कि साजिद अलीम शहर ही नही बल्कि ज़िले में होने वाले राजनीतिक और सामाजिक आयोजनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते रहते हैं।कोरोना काल मे भी साजिद अलीम ने लोगों की मदद की थी जिसकी चर्चा आज भी वार्डवासियों में होती है।हालांकि कोरोना काल के ही दौरान साजिद अलीम के पिता का देहांत भी हो गया था लेकिन इस गम के माहौल में भी साजिद अलीम ने मदद का सिलसिला जारी रखा था जिसे वार्ड के निवासी हमसे बात करते हुए भी याद करते दिखे।