देश के पहले अमृत सरोवर में परिषदीय स्कूल के छात्र की डूबने से हुई मौत


देश के पहले अमृत सरोवर में परिषदीय स्कूल के छात्र की डूबने से हुई मौत


रामपुर। परिषदीय स्कूल के शिक्षक छात्रों को तैराकी प्रतियोगिता के लिए अमृत सरोवर ले गए थे। अमृत सरोवर में कई छात्रों ने तैराकी की और इसके बाद सभी छात्र स्कूल चले गए। लेकिन, कक्षा सात का छात्र जुनैद नहीं पहुंचा। परिजनों ने शिक्षकों से पूछा तो उन्होंने कहा कि आसपास होगा। पटवाई स्थित देश के पहले अमृत सरोवर में डूबकर एक परिषदीय स्कूल के एक छात्र की डूबकर मौत हो गईं। छात्र की मौत को लेकर परिजनों ने शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अमृत सरोवर पर हंगामा कर दिया।
आक्रोशित भीड़ ने शिक्षकों का घेराव कर लिया। आनन-फानन में पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत किया। पुलिस ने शिक्षकों को हिरासत में ले लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। छात्र की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। तो वहीं अभिभावकों में शिक्षकों के प्रति काफी आक्रोश पनप रहा है।
देश के पहले अमृत सरोवर की तारीफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात में की थी। उसके बाद से इस अमृत सरोवर को जनता के लिए खोल दिया गया था। हालांकि प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश थे कि कोई भी अमृत सरोवर में नहाता पाया जाता है, तो उस पर पांच सौ रुपए का जुर्माना लगेगा।
आरोप है कि बुधवार को क्षेत्र के एक परिषदीय स्कूल के शिक्षक छात्रों को तैराकी प्रतियोगिता के लिए अमृत सरोवर ले गए थे। अमृत सरोवर में कई छात्रों ने तैराकी की और इसके बाद सभी छात्र स्कूल चले गए। लेकिन, कक्षा सात का छात्र जुनैद (12) पुत्र इरशाद अली नहीं पहुंचा। छात्र के घर नही पहुंचने पर परिवार के लोग परेशान हुए। परिवार के सभी लोग स्कूल पहुंचे और शिक्षकों से छात्र के घर न पहुंचने की बात की। इस पर शिक्षकों ने परिजनों को बताया कि तैराकी प्रतियोगिता संपन्न हो गई है और वह वहां से आ गया है। उधर, छात्र की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। अमृत सरोवर के पानी में से छात्र का शव मिलने के बाद चौराहे पर भी अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। बाद में एंबुलेंस के माध्यम से छात्र का शव पटवाई पहुंचा। पुलिस द्वारा पंचनामा भरने के बाद छात्र के शव को पोस्टमार्टम के जिला अस्पताल भिजवाया। उधर, मामले की जानकारी पर अभिभावक और मृतक छात्र के माता-पिता शिक्षकों पर लापरवाही का बड़ा आरोप लगा रहे थे। इस प्रकरण में परिजनों की ओर से तहरीर देने की तैयारी चल रही थी।