चकिया- में यहां अगवा होते-होते बच गई ग्राम प्रधान लेकिन पुलिस करती रही मनमानी, एसपी से लगाई न्याय की गुहार 

चकिया- में यहां अगवा होते-होते बच गई ग्राम प्रधान लेकिन पुलिस करती रही मनमानी, एसपी से लगाई न्याय की गुहार

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया-कोतवाली क्षेत्र के सैदूपुर गांव की ग्राम प्रधान शीला गुप्ता को अगवा करने का प्रयास किए जाने के मामले में दूसरे दिन शुक्रवार को भी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। जिससे ग्राम प्रधान का परिवार भयभीत है और पुलिस पर मामले में हीलाहवाली करने का आरोप लगा रहा है।

बताते चलें कि ग्राम प्रधान शीला गुप्ता अपने पुत्र कृष्ण मोहन के साथ स्कूटी द्वारा गुरुवार की प्रात 8 बजे वाराणसी से सैदूपुर स्थित अपने घर आ रही थी। इसी बीच जिवनाथपुर सिकंदरपुर मार्ग के बीच अकोढवा गांव के पास पीछे से कार सवार तीन लोगों ने पीछा कर स्कूटी का ओवरटेक कर कार से नीचे उतरकर ग्राम प्रधान का हाथ पकड़ने का कोशिश की। इसी बीच कार में टक्कर लगकर स्कूटी जमीन पर गिर गयी और ग्राम प्रधान शीला गुप्ता तथा उनके पुत्र कृष्ण मोहन स्कूटी से सड़क पर गिरकर घायल हो गए।
घटना के बाद मार्ग पर आते जाते लोगों को देख कार सवार भाग निकले। घटना के बाद आसपास के लोगों की मदद से घायल मां बेटे को चकिया स्थित एक निजी चिकित्सालय भेजा गया, जहां उनका इलाज कराया गया।

ग्राम प्रधान शीला गुप्ता ने चकिया कोतवाली पहुंचकर पुलिस को घटना की आपबीती बताई तथा लिखित तहरीर दिया। मगर कोतवाली पुलिस मामला बबुरी थाना का कहकर पल्ला झाड़ लिया। जिस पर ग्राम प्रधान ने बबुरी पुलिस को भी तहरीर देकर मुकदमा दर्ज किए जाने का मांग किया। मगर 36 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक मुकदमा पंजीकृत नहीं कर पाई है। जिससे ग्राम प्रधान का परिवार जहां भयभीत है।

वहीं ग्राम प्रधान शीला गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अपने साथ हुए घटना के मामले में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही का मांग किया है।