चकिया- क्षेत्र में खनन माफियाओं के आगे नतमस्तक है वन विभाग

चकिया- क्षेत्र में खनन माफियाओं के आगे नतमस्तक है वन विभाग

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चकिया- विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं के बीच बसे चकिया क्षेत्र को प्रकृति ने अपनी संपदाओं से नवाजा है। पर्वत, झरने, बांध, नहरें जंगल क्षेत्र की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। प्रकृति की खूबसूरती की रक्षा का दायित्व वन विभाग पर है। लेकिन यहां पर विभाग तक्षक की बजाय भक्षक की भूमिका में कार्य कर रहा है।

चकिया रेंज के अंतर्गत आने वाले बेलावर पहाड़ियों पर वन विभाग की मिलीभगत से अवैध खनन का कार्य काफी धड़ल्ले से चल रहा है। प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में पहुंचकर मजदूर अवैध खनन का कार्य कर रहे हैं। लेकिन वन विभाग जान कर भी अंजान बना हुआ है। दरअसल अवैध खनन पूरी तरीके से गैरकानूनी है। वन विभाग पर शिकंजा कसने के लिए तमाम दावे भी करता नजर आता है। चकिया रेंज के बेलावर पहाड़ियों पर आए दिन अवैध खनन के मामले सामने आते रहते हैं। जिस पर वन विभाग की चुप्पी लगातार बड़े सवाल खड़ा करती नजर आती है।पहाडी़ पर अवैध खनन की सूचना होने के बाद भी विभागीय अधिकारी अनजान बने हुए हैं।

आरोप है कि खनन कराने वाले ठेकेदार और वन विभाग के अधिकारियों के बीच सांठगांठ है। जिसके कारण अधिकारी खनन होने की जानकारी के बाद भी चुप्पी साधे रहते हैं। सिटी अपडेट न्यूज़ नेटवर्क की टीम जब बुधवार को बेलावर पहाड़ी पर पहुंची तो वहां बड़े स्तर पर खनन की जा रही थी। दर्जनों की संख्या में मजदूर बेलावर पहाड़ी पर खनन कर रहे थे। बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि कई बार बन विभाग के अधिकारी यहां आते हैं इसकी जानकारी जैसे ठेकेदारों को होती है वे मौके पर पहुंचकर विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर मामला सुलझा लेते हैं।

इस संबंध में प्रभागीय वन अधिकारी दिनेश सिंह ने बताया कि उक्त मामला संज्ञान में आया है।इस पर कार्यवाही की जाएगी किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।