उप आबकारी आयुक्त के तल्ख रहे तेवर,शराब अनुज्ञापियों को दिए दिशा निर्देश -

- अनुज्ञापियों को सुबह-शाम देनी होगी जानकारी,सख्त हुआ महकमा -


बहराइच - विधान चुनाव में आबकारी विभाग से जुड़े शराब कारोबारियों को अब एक-एक बूंद का हिसाब देना होगा। सर्किल के निरीक्षक इस पर पहरा करेंगे। अनुज्ञापियों को सुबह-शाम फोन के जरिए बिक्री व बचत का ब्यौरा देना पड़ेगा। अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए विभाग ने पूरी व्यूह रचना तैयार कर ली है।इस संबंध में एक बैठक शहर के एक मैरेज हाल में की गई। बैठक की अध्यक्षता देवीपाटन मंडल के उप आबकारी आयुक्त कुंवर स्कन्द सिंह ने की।
उप आबकारी आयुक्त ने कहा कि कि अधिकांश दुकानों पर कोटे से अधिक उठान की जानकारी सामने आई है। उनका कहना कि विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को रिझाने के लिए शराब परोसी जा सकती है। इसके मद्देनजर लाइसेंस धारकों को चेतावनी दी गई है। विक्रेता अब एक व्यक्ति को देशी शराब का पांच पौव्वा, अंग्रेजी शराब का डेढ़ लीटर व बियर का 12 कैन से अधिक नहीं दे सकेंगे। दुकान से बिकने वाली शराब की खाली शीशियों को प्रतिदिन नष्ट करना होगा।बार-बार दुकान पर पहुंचकर शराब की खरीदारी करने वालों की जानकारी जुटाकर विभाग को देना होगा। जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया इसके अलावा कारोबारी को सुबह दुकान खुलने पर प्रारंभिक स्टाॅक व शाम को कुल बिक्री व बचत का ब्यौरा प्रतिदिन उपलब्ध कराने को कहा गया है। डीओ ने बताया कि लाइसेंस धारक को अपने रजिस्टर को अद्यतन रखना होगा। दुकान पर निकासी पास समेत जरूरी दस्तावेज अनिवार्य रूप से रखना होगा। उन्होने कहा कि दुकान व कैंटीन पर खाली पौवे,सूजा व अन्य ऐसे कोई सामान बरामद नही होने चाहिए वरना कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। दुकान पर अन्य दुकान का स्टाक न हो,सीसी कैमरा चालू हालात में होना चाहिए,स्टाक रजिस्टर कंपलीट होना चाहिए, माह के चार दिन दुकानों 10,17,24 तरीख को कम उठान वाली दुकानों की चेकिंग होगी। देशी शराब की कैंटीनों में कोविड के नियमों का अनुपालन किया जाए।किसी भी दुकान पर ओवर रेटिंग नही मिलनी चाहिए। विदेशी मदिरा और बियर की दुकानों पर बाहर खड़े होकर शराब पीने की शिकायतें आती रहती है, इस पर तुरंत नियंत्रण किया जाना चाहिए।सभी अनुज्ञापी अपने विक्रेताओं पर कड़ा नियंत्रण रखें। यदि कोई विक्रेता संदिग्ध पाया जाता है तो उसके खिलाफ तत्काल एफआईआर कराया जाएगा। जिला आबकारी अधिकारी ने नवीनीकरण कराने वाले अनुज्ञापियों को तत्काल आधी लाइसेंस फ़ीस और नवीनीकरण शुल्क जमा करने के निर्देश किये।इस दौरान मौके पर मौजूद अनुज्ञापी बी के सिंह,संजय जैसवाल,रामू सिंह, मनोजगुप्ता,सोनू सिंह,देवीप्रसाद गुप्ता आदि अन्य कई अनुज्ञापियों ने लॉकडाउन के दौरान शराब दुकानें लगभग 45 दिन से अधिक बंद रही। इसलिए बंदी के दौरान ली गई लाइसेंस फीस को वापस किए जाने की माग भी अनुज्ञापियों ने दी।

- अवैध शराब की बिक्री पर कसेगा शिकंजा -

आबकारी व पुलिस प्रशासन के साथ अब लाइसेंस धारकों को शराब के काले कारोबार पर नजर रखनी होगी। क्षेत्र में अवैध रूप से शराब बनाकर आपूर्ति करने वाले लोगों की जानकारी जुटाकर विभाग को देने को कहा गया। डीओ ने बताया कि अवैध शराब के कारोबार को रोकने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।