कोशिश करने वालो की हार नही होती,40 वर्ष की आयु में टीजीटी अध्यापक बने अजय मेहरोत्रा -

कठिन परिश्रम व निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी है। भाइयों की उपलब्धि देख खुशी होती थी। मुझे भी 40 वर्ष की आयु में सरकारी नौकरी मिलने पर सभी शुभचिंतको का धन्यवाद -अजय मेहरोत्रा

बहराइच - जिले के मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत मिहींपुरवा कस्बे के निवासी अजय मेहरोत्रा का चयन टीजीटी परीक्षा में हो गया था। जनपद के महाराज सिंह इंटर कॉलेज में गणित के सहायक अध्यापक के रूप में उन्होनेकार्यभार ग्रहण कर लिया है। निरंतर प्रयास के बाद 40 वर्ष की आयु में अजय मेहरोत्रा का शिक्षक के रुप में चयन होने से परिवार एवं कस्बेवासियों में खुशी का माहौल है।
अजय मेहरोत्रा ने बताया कि मेरे पिता जगदीश प्रसाद मेहरोत्रा रिसिया से मिहींपुरवा में आकर बसे थे। मेरे पिताजी की आर्थिक स्थिति ठीक नही थी पिता जी ने काफी मेहनत मशक्कत कर हमलोगो की पढ़ाई करवायी। चारो भाइयों में मैं सबसे बड़ा था घर की आर्थिक स्थिति के कारण मैं गांव में ही रुक अपनी तैयारी करने लगा किंतु अपने तीनो भाइयों के भविष्य हेतु उन्हें पढ़ने बड़े शहरो में भेजा। उन्होने बताया कि मेरे भाई अनिल मेहरोत्रा एचसीएल में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर है सुधीर मेहरोत्रा बेसिक शिक्षा विभाग में एसआरजी हैं तथा संदीप मेहरोत्रा बेसिक शिक्षा नगर क्षेत्र बहराइच में ए आर पी है।
टीजीटी परीक्षा अंर्तगत प्रदेश में 38 वीं और जिले में पहली रैंक प्राप्त करने पर उत्साहित अजय अपनी सफलता का श्रेय अपने माता - पिता अपने गुरुओं को देते हैं। उम्र के इस पड़ाव में निरन्तर प्रयास के बाद मिली सफलता के कारण कस्बेवासियों ने अजय मेहरोत्रा के घर पहुंचकर उन्हें मिठाई खिलाई तथा बधाई दी।