दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवार से की बात तो भावुक हुए मृतक किसान के स्वजन बोले- आप लोग साथ हैं तो इंसाफ जरूर मिलेगा -

बहराइच - आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह शुक्रवार को बहराइच पहुंचे और लखीमपुर खीरी कांड में शहीद किसान गुरविंदर सिंह और दलजीत सिंह के परिवार से मिलकर उन्हें ढाढ़स बंधाया और शोक संवेदना व्यक्त की । उन्होंने कहा कि किसानों को गाड़ी से रौंदकर मारने के मामले में मुख्य आरोपित आशीष मिश्र मोनू के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए, जिससे कि घटना की निष्पक्ष जांच हो सके। संजय सिंह ने शहीद किसान गुरविंदर सिंह के स्वजन से पार्टी संयोजक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मोबाइल फोन पर बात कराई तो भावुक हुए दिवंगत किसान के पिता बोले- आप लोग साथ हैं तो इंसाफ जरूर मिलेगा। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य तथा उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने प्रदेश सह प्रभारी नदीम असरफ जायसी, प्रदेश उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह मक्कड़, महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव, प्रदेश प्रवक्ता प्रिंस सोनी, राजीव बख्सी, विनय पटेल, नोमान अहमद, शादाब राईन के साथ शुक्रवार को नानपारा, बहराइच के शहीद हुए 18 वर्षीय किसान गुरविंदर सिंह के घर ढांढस बंधाने पहुंचे तो पीड़ित परिवार का दर्द देखकर खुद भी गमगीन हो गए। उन्होंने परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर कदम पर साथ देने का भरोसा दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी शहीद किसान के पिता की फोन पर बात कराई। केजरीवाल ने ढाढ़स बंधाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों के साथ सदैव साथ खड़ी रहेगी। हम आपके लिए न्याय की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेंगे और दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास करेंगे। केजरीवाल के आश्वासन पर भावुक हुए गुरविंदर सिंह के पिता ने कहा कि "आप लोग साथ हैं तो दोषियों को सजा जरूर मिलेगी"। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम आपके साथ दिल्ली से लेकर यूपी तक सदैव खड़े मिलेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सांसद संजय सिंह जी आपको अपना मोबाइल नंबर देंगे और दिन-रात कभी भी कोई भी जरूरत हो तो आप बेहिचक हमको बता सकते हैं, हम आपकी मदद के लिए हमेशा तत्पर हैं। दलजीत सिंह के परिवार को भी उन्होंने पूरी मदद का आश्वासन दिया। संजय सिंह ने संजय सिंह ने तत्काल मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और उसके हत्यारे बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की। कहा कि अजय मिश्रा की बर्खास्तगी इसलिए जरूरी है कि उसके अधीन देश की तमाम जांच एजेंसियां काम करती हैं। ऐसे में अजय मिश्रा को मंत्री पद से हटाए बिना मामले की सही जांच कैसे हो सकती है? उन्होंने घटना की जांच किसी वर्तमान जज की देखरेख और एक तय समयसीमा के भीतर कराने की मांग की। कहा कि सरकार की ओर से 7 दिन के भीतर आरोपितों की गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। अपराधियों का घर गिराने वाली योगी सरकार आखिर मंत्री के खिलाफ ऐसी कार्रवाई का साहस क्यों नहीं जुटा पा रही है, जबकि 25 सितंबर को एक कार्यक्रम के दौरान वही मंत्री खुलेआम किसानों को यूपी छुड़वाने की धमकी देते नजर आ रहा है। संजय सिंह ने योगी सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन के मुताबिक 7 दिन के भीतर मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आम आदमी पार्टी चुप बैठने वाली नहीं है। योगी आदित्यनाथ से कहना चाहता हूं कि वह जाग जाएं और यह जान जाएं कि यूपी में जनरल डायर का राज नहीं चला सकते। इस तरह किसानों को कीड़े मकोड़ों की तरह रौंद कर मारने वाले उनके नेता खुले घूम रहे हैं, जिसे देखकर आम आदमी पार्टी चुप बैठने वाली नहीं है। *मोदी-योगी के पास किसानों के लिए वक्त नहीं है,यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है* सांसद संजय सिंह ने आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन का जिक्र करते हुए मोदी योगी पर हमला बोला। मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि मोदी-योगी के पास किसानों के लिए वक्त नहीं है। जिस समय पूरा देश लखीमपुर खीरी कांड में निर्दोष किसानों की कीड़ों मकोड़ों की तरह गाड़ी से कुचल कर की गई हत्या का शोक मना रहा है उस समय प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री उत्सव मनाने में व्यस्त हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास ब्राज़ील और अर्जेंटीना के फुटबॉल खिलाड़ियों के निधन पर शोक जताने का वक्त है लेकिन किसानों के परिवारों से मिलने के लिए उनके पास समय नहीं है। खुद को प्रधान सेवक कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। *योगीराज में शोक संवेदना व्यक्त करने पर हो जाती है गिरफ्तारी* संजय सिंह ने कहा कि शोकाकुल परिवार से मिलने के लिए पहले ही बहराइच आ गया होता, लेकिन योगी सरकार किसानों की मौत के बाद शोक संवेदना जताने को भी अपराध मानती है। इसीलिए मुझे लखीमपुर खीरी जाते वक्त सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया और 56 घंटे बाद छोड़ा गया। बोले-विपक्ष को वहां जाने से रोका गया, ताकि सच्चाई सामने न आने पाए। *पीड़ित परिवार हैं असंतुष्ट, सरकार बोल रही सब संतुष्ट* आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को गुरुवार को पूछना पड़ा कि हत्यारों की गिरफ्तारी अब तक क्यों नहीं हुई। यह योगी सरकार के लिए शर्म वाली बात है। मारो और मुआवजा दो की नीति पर काम कर रही बेशर्म यूपी सरकार इसके बाद भी सभी पीड़ित परिवारों के संतुष्ट होने का प्रचार कर रही है, जबकि लखीमपुर खीरी में पीड़ित तीनों परिवार सहित बहराइच के दोनों परिवारों से मिला तो सबका एक स्वर में यही कहना था कि मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे की गाड़ी से किसानों को रौंद कर मारा गया है, मगर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी और उसके हत्यारे बेटे की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। *इस प्रकरण में भी लीपापोती करने में जुटी सरकार* कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई हत्या का मामला हो या कबरई के क्रशर कारोबारी इंद्र कांत त्रिपाठी की हत्या का, योगी सरकार ने कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया। लखीमपुर कांड में भी मुख्य आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। सरकार इस मामले में भी पहले की घटनाओं की तरह लीपापोती करने में जुटी हुई है। मंत्री द्वारा घटना से अपने बेटे का कोई सरोकार ना होने के बयान पर संजय सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले ही देश का गृह राज्यमंत्री किसानों को धमकी देता है जो रिकॉर्डेड है। इस आधार पर भी मंत्रिमंडल से टेनी की बर्खास्तगी होनी चाहिए। सांसद संजय सिंह ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर तंज किया, बोले- पहले डाकू-चोर फरार होते थे,लेकिन योगी सरकार में एसपी फरार, इंस्पेक्टर फरार, दारोगा फरार,सिपाही फरार हैं।