चकिया -लतीफशाह डैम पर सैलानियों की बढ़ती भीड़ के बीच सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल

लतीफशाह डैम पर सैलानियों की बढ़ती भीड़ के बीच सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चकिया- बरसात के मौसम में जहां एक तरफ से वनांचल की वादियों में स्थित पर्यटक स्थल पर घूमने के लिए सैलानी आ रहे हैं। और सैलानियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पर्यटक स्थलों पर प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। इसके बाद सैलानियों को डैम और जलप्रपात के पास आने में पहुंचकर लगाने के लिए पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। लेकिन कहीं-कहीं सैलानियों की लापरवाही भारी पड़ रही है। तो कहीं खुद पुलिस विभाग ही लापरवाह बन बैठा हैं। और वर्तमान समय में डैम से गिर रहे पानी को निहारने के लिए सैलानी मौके पर नहीं है।

कुछ ऐसा ही मामला चकिया क्षेत्र के लतीफशाह स्थित डैम पर गुरुवार को देखने को मिला है।जहां डैम पर से झरने की तरह के रहे पानी को देखने के लिए भारी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। लेकिन सैलानियों के उमड़ते भीड़ के बावजूद भी प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था मौजूद नहीं थी।और एक भी पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात नहीं मिले। जहां पानी के तेज बहाव के बीच सैलानी तथा महिलाएं व बच्चे खूब मस्ती करते हुए नजर आए।और किसी को अपनी जान की परवाह नहीं थी।

*अगर हो जाए कोई हादसा तो इसका जिम्मेदार कौन*
चकिया क्षेत्र के लतीफशाह डैम पर गिरते पानी को देखने के लिए उमड़ रही सैलानियों की भारी भीड़ के बीच प्रशासन की अव्यवस्था है। और सैलानी पानी के तेज बहाव में पहुंचकर मस्ती कर रहे हैं। और सेल्फी ले रहे हैं। अगर इस दौरान किसी भी प्रकार का कोई हादसा हो जाए या किसी कि नहाने के दौरान पानी में डूब कर मौत हो जाए तो इसका जिम्मेदार आखिरकार कौन होगा।

*केवल शनिवार और रविवार को ही लगती है पुलिस की ड्यूटी*
कोविड-19 को देखते हुए शासन द्वारा जारी की गई गई गाइडलाइन के अनुसार शनिवार और रविवार को पूरे प्रदेश भर में साप्ताहिक बंदी है। इस दौरान सैलानी पर्यटक स्थलों पर भारी संख्या में घूमने के लिए आते हैं। जहां 2 दिन सैलानियों की उमड़ती हुई भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ड्यूटी लगाई जाती है।और 2 दिनों के बाद पुलिस पर्यटक स्थल से गायब हो जाती है। और 5 दिन ड्यूटी के नाम पर कोरमपूर्ति की जाती है।