मां के नाम का कोटा संचालित कर रहे पुत्र ने बेच दिया दो माह का खाद्यान्न, ग्रामीणों में आक्रोश, मां की बीमारी के नाम पर भ्रमित कर लगवा लिया था अंगूठा -

बहराइच - मिहींपुरवा प्रदेश सरकार भले ही गरीबों को 2 जून की रोटी देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही हो लेकिन कोटेदारों की मनमानी के चलते गरीबों के घरों में आज भी राशन नहीं पहुंच रहा है। यह मामला विकासखंड मिहींपुरवा के ग्राम पंचायत गोपिया में कोटेदार कृष्णावती ने मार्च अप्रैल महीने का खाद्यान्न ग्रामीणों को वितरित नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि कोटेदार के पुत्र द्वारा घर घर जाकर सभी कार्ड धारकों से अंगूठा लगवाकर राशन देने की बात कही थी। जिसके बाद कोटा संचालक कृष्णावती की तबियत खराब हो गई। तबियत खराब होने का बहाना बताकर दो महीने का राशन इकठ्ठा देने की बात कहते हुए फिर से अंगूठा लगवा लिया। इसी बीच कोटेदार कृष्णावती की मृत्यु हो गई। जिसके बाद से किसी भी कार्ड धारकों को खाद्यान्न वितरित नहीं किया गया।ग्रामीणों का आरोप लगाया है कि कोटेदार मृत्यु का फायदा उठाते हुए कोटेदार के पुत्र ने मार्च एवं अप्रैल दोनों महीने का खाद्यान्न का कालाबाजारी करते हुए बेच लिया है। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी तथा खंड विकास अधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर खाद्यान्न दिलाए जाने तथा कार्यवाही की मांग की है।राशन कार्ड धारकों का कहना है कि कोटेदार द्वारा अनाज न दिए जाने से ग्रामीण भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। शिकायती पत्र भेजने वालों में विमला देवी,चांदनी देवी,बराती लाल,मीना देवी,समेत दर्जनों पीड़ित महेश कुमार, निशा लाभार्थियों ने पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है।