चकिया- तहसील के इस गांव में शौचालय निर्माण की जांच किए बिना ही बैरंग लौट गए लापरवाह डीपीआरओ

चकिया तहसील के इस गांव में शौचालय निर्माण की जांच किए बिना ही बैरंग लौट गए लापरवाह डीपीआरओ

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय�

�इलिया- जिलाधिकारी �संजीव सिंह के निर्देश पर डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे मंगलवार को बसाढ़ी गांव में शौचालय निर्माण कार्य का सत्यापन करने पहुंचे। इस तरह लाभार्थियों से जानकारी देने लगे। लेकिन इस दौरान एक व्यक्ति वीडियो बनाने लगा जिससे डीपीआरओ भड़क कर बिना जांच किए ही बैरंग वापस लौट गए।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बसाढ़ी गांव में वर्ष 2018 से 284 शौचालय निर्माण के लिए आवेदन में सबसे अधिक लाभार्थियों की धनराशि ग्राम प्रधान नुरुल होदा के बिना निर्माण कराए ही बंदरबांट कर लिया गया है जिसमें मुख्य रुप से लाभार्थी संतोष कुमार प्रजापति, मुन्ना सिंह,रामकृत, बेलाल अंसारी, इमरान शाह आलम फूला देवी रेखा देवी शंभू नाथ होरीलाल रियाजुद्दीन सहित 28 लोगों ने हलफनामा सहित 21 सितंबर को खंड विकास अधिकारी धर्मजीत सिंह प्रार्थना पत्र दिया था इसके अलावा तहसील दिवस मुख्यमंत्री पोर्टल पर 28 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी इसके बावजूद भी जांच कार्य होने पर बसाढ़ी गांव के सामाजिक कार्यकर्ता वकील सेक्स मंसूरी ने जिलाधिकारी संजय कुमार को गांव में दर्जनों लाभार्थियों के शौचालय का निर्माण कराएं ईंधन हड़प लिए जाने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र सौंपा था वहीं जिलाधिकारी के निर्देश पर �डीपीआरओ ने शौचालय निर्माण का स्थलीय सत्यापन करने पहुंचे थे लेकिन जांच के दौरान मीडिया कर्मियों द्वारा वीडियो बनाए जाने पर लापरवाह डीपीआरओ ग्राम प्रधान का बिना जांच किए ही वापस लौट गए।