चंदौली -प्रीति यादव की हत्या या आत्महत्या, उठे कई सवाल

प्रीति यादव की हत्या या आत्महत्या, उठे कई सवाल

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली/अलीनगर- कोतवाली क्षेत्र में प्रीति यादव के हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में नया मोड़ तब आ गया जब उसके रजिस्टर्ड पति द्वारा प्रीति यादव के मां बाप पर हत्या करने व शव को छुपाने का आरोप लगाकर अलीनगर थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है ।

बता दें कि सपा के चर्चित छात्र नेता अंकित यादव व प्रीति यादव में लगभग 5 वर्ष पहले से ही प्रेम चला रहा था लेकिन परिजनों द्वारा प्रीति यादव की शादी अन्यत्र तय किए जाने पर प्रीति यादव ने अंकित यादव के साथ 9 नवंबर 2020 को कोर्ट मैरिज कर ली और प्रीति यादव व अंकित यादव साथ साथ रहने लगे। वहीं परिजनों द्वारा तय की गई शादी टूट गई। प्रीति यादव के इस कदम से आहत परिजनों ने किसी तरह अपनी इज्जत बचाने ने के लिए अंकित यादव के घर जाकर प्रीति को पुनः रीति रिवाज से अंकित के साथ शादी करने के लिए मनाकर अपने घर ले आए और अंकित और प्रीति कि 2 नवंबर को इंगेजमेंट तथा 15 नवंबर को शादी तय कर दी गयी ।
लेकिन इन कहानियों में एक नई घटना तब उभर कर आई जब 29 नवंबर को अंकित और प्रीति यादव में वार्ता नहीं हुई जिस पर अंकित यादव ने जब प्रीति यादव के परिजनों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि प्रीति कपड़ा प्रेस करते समय प्रेस से करंट लगने से उसकी मौत हो गई और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया ।
इस पर आहत अंकित यादव इस मामले को लेकर अलीनगर थाना पहुंचे तो पुलिस ने पहले तो FIR मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया लेकिन अंकित यादव के जोर दबाव से प्रीति यादव के परिजनों पर अलीनगर थाना पर मुकदमा अपराध संख्या 259 / 20 धारा 302 /201 भारतीय दंड विधान के संबंध में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।

वही अंकित यादव का इस संबंध में कहना है कि परिजनों द्वारा प्रीति की हत्या कर उसके लाश को गायब कर दिया गया है। जबकि पुलिस भी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है जिसके कारण आज भी अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं जब तक अपराधियों की गिरफ्तारी और सजा नहीं होती है तब तक मैं भी अपनी प्रेमिका व पत्नी प्रीति यादव के कातिलों को छोड़ने वाला नहीं हूं।
अंकित यादव ने यह भी कहा कि पुलिस का ध्यान इस तरफ भी आकृष्ट करना चाहता हूँ कि यदि मेरी पत्नी प्रीति की मौत करंट लगने से हुई तो उसके परिजनों द्वारा हमें सूचना क्यों नहीं दी गई, और उसका मेडिकल क्यों नहीं कराया गया ? क्यों उसे जलाने की बात आ रही है ? इस मामले को देखते हुए कहीं ना कहीं परिजनों के हत्या का संदेह और भी पुख्ता होता जा रहा है क्योंकि प्रीति ने अपने प्रेम को पाने के लिए जो कदम उठायी थी उस से आहत होकर परिजनों द्वारा उसकी हत्या ही कर दी गई है। अब देखना है कि इस मामले को पुलिस किस नजरिए से देखती है और प्रीति के कातिलों को जेल भेजने का कार्य करती है या ऐसे कातिलों को खुलेआम घूमने की इजाजत देती है। लेकिन यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक मेरी पत्नी के कातिलों को सजा नहीं मिलेगी।


इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक प्रेमचंद ने बताया कि अंकित यादव द्वारा दी गई तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है जिसमें 302 / 201 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना की गई। प्रथम विवेचना में परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार प्रेस करने के दौरान करंट लगने से रास्ते में प्रीति की मौत होने की बात आ रही है और उनका उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है , लेकिन इन मामलों पर विवेचना जारी है , और जैसे ही इस घटना की विवेचना में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।