चोरी की लिखित तहरीर देने से क्यों कतराते है सीडीओ,पूर्व में भी हुई थी चोरी, नोट घर से बाउंड्री तक थे बिखरे

चोरी की लिखित तहरीर देने से क्यों कतराते है सीडीओ,पूर्व में भी हुई थी चोरी, नोट घर से बाउंड्री तक थे बिखरे

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चन्दौली- सीडीओ आवास पर एक साल में यह दूसरी चोरी है, चोरी होने के बाद भी सीडीओ लिखित रूप में तहरीर नही देते, जबकि चोरी की जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस विभाग के कई आला अधिकारी पहुंच जाते है छानबीन भी होती है उसके बाद पुलिस खुलासा होती है भी की नही यह केवल सीडीओ और पुलिस तक सीमित रहता है।
लगभग एक वर्ष पूर्व में सीडीओ आवास पर चोरी हुई थी, सूत्रों की माने तो उस समय 500 और 2000 रुपये के नोट भागने के चक्कर मे चोरो से पूरे परिसर में बिखरा था, जानकारी के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई लेकिन घर से चोरी गए लाखो रुपये का सीडीओ ने कोई लिखित तहरीर नही दिए, यहाँ तक कि सीडीओ ने मीडिया से भी चोरी न होने की बात कही, अब दूसरी बार एक बार फिर से चोरी ने सीडीओ आवास को निशाना बनाया है लेकिन अभी तक चोरी गए सामानों का आकलन नही हो पाया है। कहीं सीडीओ साहब तहरीर देने के बाद होने वाले परेशानियों से घबरा तो नही रहे है। इसके कारण तहरीर देने से बच रहें है।