बौद्ध महोत्सव पर कोरोना संक्रमण पड़ा भारी, श्रद्धालुओं से जगमग नहीं हो सकी घुरहूपुर पहाड़ी

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

इलिया- बौद्ध संस्थान घुरहूपुर द्वारा 2 नवम्बर केअवसर पर लगने वाले मेले के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जहां दूर दराज से आये वक्ताओं ने अपने विचार रखे। इस दौरान घुरहूपुर बौद्ध संस्थान के अध्यक्ष वशिष्ठ मौर्य ने कहां कि बुद्ध के विचार आज के माहौल में और भी प्रासंगिक हो गये हैं। उनके बतायें पंचशील के मार्ग पर चलकर ही नक्सलवाद, आतंकवाद से बचा जा सकता है और देश को पुनः सोने की चिड़िया के रुप में स्थापित किया जा सकता है।

मौके पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विजेन्द्र राम ने कहां कि तथागत भगवान बुद्ध के विचार पर चलने वाले देश आज विकास के पथ पर अग्रसर है, लेकिन भारत के लोग ही उनके विचार को आत्मसात करने से परहेज कर रहे हैं। जिसका परिणाम देश के पिछड़ापन के रुप में दिखाई दे रहा है।

गोष्ठी में श्रवण मौर्य, शैलेन्द्र मौर्य, रमेश मौर्य ने भी विचार रखा। वहीं कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण बौद्ध महोत्सव का आयोजन का परिमीशन नहीं मिलने के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु बौद्ध गुफा में दर्शन के लिए पहुंचे।
इस दौरान भन्ते धम्म प्रकाश, भन्ते अन्नत,श्रवण कुमार, रजनीश, महेन्द्र राजभर,रमाशंकर राजभर,प्रदीप मौर्य,मुकेश मौर्य,अजय भारती,लाल बिहारी,मोती राजभर,चन्दन सहित आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गोविंद मौर्य ने किया।