अपने आप में अनूठा वजूद बनाए है इस गांव में बनी कोठी

बीसलपुर - बीसलपुर के गांव बरसी बाले उर्फ बरसिया में सैकड़ों के रुपए में बनाई गई कोठी आज भी गांव की शान बनी हुई है। जो आज के दिन कई करोड़ों की लागत लगाने के बाबजूद भी नहीं बन पायेगी। यह एक ऐसी कोठी है जिसको बीसलपुर तहसील के लोग झनकार सिह की कोठी के नाम से जानते थे।जहां आज से लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व इसी कोठी पर संगीत के कलाकार महीनो अपनी कलाकारी का प्रदर्शन दिखाया करते थे। कोठी को देखकर आज भी लोगों के मन में पुरानी उमंग उठती है, लेकिन समय बदल गया है और लोग पुरानी यादें नहीं भूले और न ही भूलेंगे क्योकि कोठी कुंअर झनकार सिंह के नाम से जानी जाती थी। काठी का नाम बरकार रहने के लिए समाजसेवी बाबू भूपेंद्र सिंह ने भी अपने विद्यालय का नाम कुंअर झनकार सिंह इंटर कॉलेज रखा, जोकि आज के दिन कुंवर झनकार सिंह के नाम को रोशन कर रहा है और नाम क्षेत्र की जनता के बीच बरकार है और इसी विद्यालय में शिक्षा को ग्रहण करके कई छात्र- छात्राएं देश की सेवा कर रहे हैं