चंदौली- जनपद में यहां 6 वर्षों से चल रहा है धर्मांतरण का बड़ा खेल, प्रशासन इससे है बेखबर

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली/सकलडीहा-क्षेत्र में बेहद गोपनीय तरीके से धर्मांतरण का खेल चलाया जा रहा है। पिछले पांच वर्षों में लगभग आधा दर्जन गांवों में गरीब तबके को पैसे का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने को विवश किया गया है। अब इनके घरों में ईसा मसीह की फोटो टांग कर पूजा-पाठ की जाती है। इस कार्य में कुछ कथित मिशनरियां तेजी से सक्रिय हैं। आरोप है कि समय-समय पर बाहर से आए कुछ अनजान चेहरे पैसों के साथ-साथ इसाई धर्म से संबंधित पुस्तकें व पूजा सामग्रियां देकर इनका ब्रेनवाश करते हैं।

अभी कुछ दिन पूर्व ही हाल ही में गठित सनातन वैदिक रक्षा मंच ने इसके बारे में तहकीकात शुरू कर दी है और धर्मांतरण के खिलाफ अभियान चलाने का संकल्प लिया है।

वही विस्तृत जानकारी देते हुए सनातन वैदिक रक्षा मंच के संस्थापक संतोष पांडेय ने कहा कि क्षेत्र में बढ़ते धर्मांतरण के मामले सनातन हिन्दू धर्म के ऊपर परोक्ष हमला है। ऐसे संगठनों का स्पष्ट लक्ष्य हिदुओं के वंचित तबकों को धन का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना है। धरहरा गांव में 25 दिसंबर 2014 को बाहर से आए कुछ तथाकथित लोग अनुसूचित बस्ती में समागम कर उन्हें ईसाई धर्म की दीक्षा दे रहे थे। गांव के ही युवा संतोष पांडेय, कृपाशंकर पांडेय व रमाशंकर पांडेय ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने युवाओं के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। संस्था के अध्यक्ष शैलेन्द्र पांडेय ने बताया कि जनपद में गरीबी, भुखमरी व अशिक्षा की वजह से ईसाई मिशनरियों ने इसे अपनी प्रयोगशाला बना लिया है। उकनी मनिहरा, ताजपुर, रमरेपुर सहित आधा दर्जन गांवों में धर्मांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ है। इसे तत्काल रोकने की आवश्यकता है।


उक्त मामले के बाबत पूछे जाने पर सकलडीहा कोतवाल बंदना सिंह ने बताया कि ऐसा मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी तहकीकात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।