चकिया- तहसील क्षेत्र के इस गांव की किसान की बेटी ने दिखाई  अपनी काबिलियत,  प्रदेश में लाई यह रैंक,  जिले का नाम किया रोशन

चकिया- तहसील क्षेत्र के इस गांव की किसान की बेटी ने दिखाई अपनी काबिलियत, प्रदेश में लाई यह रैंक, जिले का नाम किया रोशन

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- तहसील क्षेत्र के लेहरा खास गांव निवासिनी खुशी पांडेय ने पिछले दिनों ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन काउंसिल में ऑल इंडिया स्तर पर 153 वां रैंक ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के एकमात्र कॉलेज एयरोनॉटिकल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट लखनऊ में बालिकाओं के लिए मात्र 33 सीट में दाखिला पाकर प्रतिभावान होने का बखूबी परिचय दिया है। प्रदेश के एकमात्र कालेज में होनहार बेटी का दाखिला होने के बाद माता-पिता सहित भाई बहनों ने खुशी को मिठाई खिलाकर घर में खुशियां मनाई। सामान्य किसान त्रिभुवन पांडेय तथा ममता पांडेय बिटिया की इस कामयाबी पर गदगद हैं। इनकी तीन बेटियों में खुशी सबसे छोटी है। त्रिभुवन पांडेय का कहना है कि उनके तीनों बेटियों को अभी मुकाम हासिल भले ही नहीं हुआ है, मगर बेटियों की काबिलियत पर उन्हें गर्व है। वह इकलौते बेटे से कहीं ज्यादा बेटियों की काबिलियत पर भरोसा करते हैं। बड़ी बेटी अनुपम पांडेय वर्ष 2018 में चकिया के सावित्रीबाई फुले राजकीय महाविद्यालय से इतिहास विषय से m.a. की परीक्षा में पूरे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट प्राप्त कर महाविद्यालय में इतिहास रचने का काम की। वहीं दूसरी पुत्री अनन्या पांडेय भी इंजीनियरिंग की तैयारी में लगी हुई है। श्री पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारा से उन्हें प्रेरणा मिला। और वह बेटियों को मुकाम हासिल करने के लिए असिमित संसाधनों के बाद भी शिक्षा में कोई भी कमियां आने देना नहीं चाहते। खुशी, अनन्या तथा अनुपम ने माता-पिता को भरोसा दिलाया कि वह उनकी कसौटी पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगी। और वह माता-पिता के सपनों को पूरा करके यह साबित कर देंगी कि बेटियां भी अब किसी से कम नहीं है।