खबर का हुआ असर चकिया- विकास खण्ड के इस गांव में पहुंचकर अधिकारियों ने भ्रष्टाचार का किया जांच,प्रधान व सेकेटरी को लगाया कङी फटकार 

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- विकास खण्ड के अंतर्गत आने वाले बियासड़ ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान चुलबुल पाण्डेय के कामकाज से नाखुश गाँव के कुछ लोगों द्वारा गाँव में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत पर जिला प्रशासन द्वारा संज्ञान लेने पर जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम द्वारा बुधवार को गाँव में पहुंचकर जांच किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश तिवारी ने बिन्दु वार जांच की। जिसमे कि अधिकारी ने गाँव में विकास कार्य संबंधित कराए गए कार्य को पूरा न किए जाने पर ग्राम सचिव प्रदीप कुमार को चेताया कि आपने बिना खुली बैठक किए कैसे कार्य योजना का प्रस्ताव पास किया। वहीं उन्होंने जमकर फटकार लगाई और आगे से ऐसा ना करने का चेतावनी दिया।

गाँव में निरीक्षण करने के दौरान गाँव में सीसी निर्माण रोड व ह्ययुम पाईप भी पतला लगा हुआ पाया गया।
इसके अलावा रोजगार सेवक राजेश कुमार ने 343 शौचालयों के स्थलीय निरिक्षण करने के साथ भी भारी अनिमितता देखने को मिली,
475 जाब कार्ड के जांच किये गए जो कि कुछ अपात्रों को भी दिया गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रेमलता देवी व सहायिका सोना देवी के फाईल की जांच किया गया।
अंत मे सस्ते गल्ले की राशन दुकान के संचालक को स्टाक रजिस्टर तथा वितरण रजिस्टर की जांच किया गया है।

वहीं आपको बता दें कि कुछ दिनों पूर्व गांव में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर मीडिया में प्रमुखता से ग्रामीणों की शिकायत पर प्रकाशित किया गया था जिसको कि अधिकारियों ने संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही के क्रम में गांव में पहुंचकर जांच किया।

वहीं निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान द्वारा लगभग गांव में विकास कार्यो के लिए आए हुए लाखों रुपए का धान का मन कर लिया गया है और आधा अधूरा विकास कराया गया है तथा बड़ी ह्यूम पाइप की जगह छोटा ह्यूम पाइप लगाकर केवल को रामपति किया गया है।और जांच करने आए अधिकारियों द्वारा जल्द से जल्द उक्त कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया गया है आपको बता दें कि गांव के सफाई कर्मी को प्राथमिक विद्यालय परिसर में गांव में जांच करने आए अधिकारी द्वारा विद्यालय के प्रधानाचार्य के सामने माफी मांगने के लिए कहा जिस पर सफाई कर्मी को अंत में प्रधानाचार्य के सामने माफी मांगनी पड़ी।