आखिर क्या हुआ है ऐसा कि बीजेपी विधायक के ऊपर भड़क गई शहीद की पत्नी,कहा- ऐसे हो अंतिम संस्कार,घंटो मान मन्नौवल करता रहा अधिकारिक अमला

आखिर क्या हुआ है ऐसा कि बीजेपी विधायक के ऊपर भड़क गई शहीद की पत्नी,कहा- ऐसे हो अंतिम संस्कार,घंटो मान मन्नौवल करता रहा अधिकारिक अमला

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली/धानापुर-जम्मू के राजौरी में शहीद हुए जनपद के शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार ने किये जाने पर लोगों में आक्रोश है. इसके चलते शहीद के परिजन और स्थानीय लोग धानापुर चाौराहे पर प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलन को सपाइयों का साथ मिला तो दोनों ने सरकारी सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया. एसडीएम और सीओ समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मान मनौव्वल करते रहे, लेकिन सब बेअसर साबित हुआ. इस दौरान परिजनों को मनाने पहुंचे सैयदराजा विधायक पर शहीद की पत्नी बिफर पड़ीं.

राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि करने पर अड़े परिजन
जम्मू के राजौरी में ड्यूटी पर तैनात जवान कुलदीप मौर्य की रविवार को तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी. मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर एक साधारण एंबुलेंस से सुबह उनके घर पहुंचा. शहीद का पार्थिव शरीर एक एम्बुलेंस से घर भेजने पर परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए. इसके चलते परिजन और ग्रामीणों ने वाराणसी-जमानिया मार्ग के थाना चौराहा पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान सपा नेता भी समर्थन में वहां बैठ गए और शहीद के लिए सम्मान की मांग करने लगे.

शहीद कुलदीप मौर्य की पत्नी बीजेपी विधायक पर बिफरीं.

भाजपा विधायक पर बिफरीं शहीद की पत्नी
इस दौरान प्रशासन के आलाधिकारियों ने ग्रामीणों और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. वहीं भाजपा विधायक सुशील सिंह भी परिजनों और ग्रामीणों को समझाने पहुंचे. विधायक ने शहीद को सम्मान का दर्जा दिलाने का आश्वासन दिया और ग्रामीणों से धरना समाप्त करने को कहा. इस पर शहीद की पत्नी विधायक पर बिफर पड़ीं. शहीद की पत्नी ने विधायक से कहा कि 'आप धानापुर के विधायक रह चुके हैं और मैं भी यहीं शिक्षामित्र हूं, मुझे पता है कि आप क्या करेंगे.'
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने परिजनों से की थी बात
रविवार की देर शाम सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शहीद के परिजनों से बात की थी. इसके बाद सोमवार सुबह एम्बुलेंस से शहीद का पार्थिव शरीर भेजा गया. बता दें कि शहीद का बिना गॉड ऑफ ऑनर के ही अंतिम संस्कार की बात कही जा रही थी. इसके बाद आक्रोशित परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने चक्काजाम कर दिया है. परिजन और स्थानीय लोग जवान को शहीद का दर्जा दिलाने और राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि करने पर अड़े हुए हैं.