चकिया-जिला कार्यालय मे पहुचने पर डीपीआरओ नहीं सुनते जनता की समस्या,तो विकास खण्ड के इस गाँव के ग्रामीणों ने गाँव से गुजरते वक्त कर लिया गाङी का घेराव 

कार्यालय मे पहुचने पर डीपीआरओ नहीं सुनते जनता की समस्या,तो ग्रामीणों ने गाँव से गुजरते वक्त कर लिया गाङी का घेराव

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली/चकिया- जहां पर एक तरफ केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा विकास कार्यों में गति देने का कार्य किया जा रहा है।जिससे कि आवास,शौचालय,तथा जनता को जिससे लाभ मिल सके।इत्यादि योजनाएं शहरी इलाकों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी भेजने का कार्य किया जा रहा है।जिससे कि जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।लेकिन जिलों में बैठे कुछ भ्रष्ट अधिकारी शासन की मंशा पर पानी फेर रहे हैं।और इनकी लापरवाही का नतीजा है कि चंदौली जनपद के लगभग लगभग 90% गाँव में भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है।और अधिकारियों तथा ग्राम प्रधान की मिलीभगत से विकास के लिए आये हुए पैसे को गोलमाल कर दिया जा रहा है। आपको बता दें कि गांव के ग्रामीण अपने ग्राम पंचायतों की समस्याओं को लेकर जब डीपीआरओ के यहां जाते हैं और गांव में हो रहे भ्रष्टाचार तथा आवास शौचालय व सड़क नाली निर्माण जैसी समस्याओं के बारे में बताते हैं तो डीपीआरओ द्वारा केवल जांच कराने की बात कह कर वापस भेज दिया जाता है।और अधिकारी उस मामले को संज्ञान में नहीं लेते हैं।गाँव में समस्या जस की तस बनी रहती है।
कुछ ऐसा ही मामला चकिया विकास खण्ड के रामपुर गाँव में देखने को मिला है।जहां ग्राम प्रधान गाँव में विकास कार्य के लिए आये धन का गबन कर लिया गया है।और गाँव के कुछ ग्रामीणों का आवास व शौचालय भी आधा अधूरा बनवाया गया है।और पात्रों को लाभ न देकर अपात्रों को दिया गया है।

आप को बता दें कि रामपुर गाँव में रविवार को राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल गाँव के एक लोग के घर शोक संवेदना व्यक्त करने आये थे।और उनके साथ डीपीआरओ भी पहुंचे थे।और कार्यक्रम से वापस लौटते समय लामंबद होकर ग्रामीणों ने डीपीआरओ की गाङी का घेराव कर दिया।और डीपीआरओ को गाँव में भ्रमण कर गाँव की स्थितियों को जानना ही पङा।और फिर ग्रामीणों को ग्राम प्रधान की जांच करने के लिए प्रार्थना पत्र लिखकर कार्यालय पर अवगत कराने की बात कहते हुए डीपीआरओ चलते बनें।और निरीक्षण के बाद मिडिया कर्मियों को भी कोई जानकारी नहीं दिए।और विडियो बनाने से भी मना कर दिया।

पूर्व बिधायक के गनर ने मिडियाकर्मियों से की अभद्रता
आप को बता दें कि रामपुर गाँव में ग्रामीणों की समस्याओं के बाबत खबर कवरेज करने गये टीवी चैनल के पत्रकारों से चकिया के पूर्व बिधायक शिवतपस्या पासवान के गनर ने मिडियाकर्मियों को डीपीआरओ से बातचीत करने पर रोक दिया।और अभद्रता से पेश आया।जबकि किसी मिडियाकर्मी को गनर को रोकने का कदापि अधिकार नहीं है।मिडियाकर्मी अधिकारियों से कभी भी किसी भी समय बात कर सकते हैं।