कोविड-19 ने ऐसे की वापसी कि कोई जान ही ना पाये। एक पखवाड़े तक शांत रहने के फिर से घुसा वायरस

सिरसागंज। कोविड-19�वायरस ने पिछले तीन दिन में पलटवार किया है। लेकिन ये हमला इस तरह किया है कि कोई जान ही ना पाये। लगातार पांच मरीज बिना किसी लक्षण के मिले हैं। खास बात यह कि सभी मरीज बैंक में त्वरित जांच के दौरान मिले हैं।

यहां पहला केस�4�जून को सामने आया था। करीब डेढ़ महीने तक कोई न कोई मरीज सामने आता गया। कई लोगों की मौत ने बस्ती को झकझोर कर रख दिया।�18�जुलाई तक करीब डेढ़ दर्जन केस सामने आये। फिर एक पखवाडे़ तक कस्बे मंे कोई मरीज सामने नहीं आया। स्वास्थ्य विभाग ने नगर पालिका,�पुलिस थाना,�तहसील,�पाॅवर कारपोरेशन आफिर समेत सार्वजनिक स्थानों पर सामूहिक जांच की मुहिम चलाई लेकिन एक भी मरीज सामने नहीं आया।

जांच की मुहिम मंे एक अगस्त से महत्वपूर्ण बदलाव हुआ।�15�मिनट मंे मौके पर ही नतीजा देने वाली एंटीजन किट से जांच की गयी। मंगलवार को स्टेट बैंक के बाहर करीब डेढ़ सौ जांच हुईं,�जिनमंे से शिकोहाबाद के मेला वाला बाग निवासी एक व्यक्ति संक्रमित मिला। बुधवार को बैंक आफ इंडिया से पैगू रोड और रजौरा के दो मरीज मिले। रजौरा निवासी बिना बताये अपने घर चला गया। पुलिस की मदद से उसे फिरोजाबाद में उसके हाल निवास से खोज कर आइसोलेशन में भेजा। गुरुवार को फिर से स्टेट बैंक मंे चैक किया गया अरांव रोड निवासी महिला और अध्यापक नगर निवासी युवक संक्रमित मिले।

डा. महेश शर्मा ने बताया कि ये सभी लोग बिना किसी लक्षण के अपनी आम दिनचर्या मंे लगे हुए थे। इसी दौरान इनका बैंक कार्य से आना हुआ और जांच मंे पाॅजिटिव पाये गये। इन सभी को फिरोजाबाद आइसोलेशन मंे भेजा गया है। लेकिन शुक्रवार से ऐसे बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेट किया जाएगा।

इससे साबित होता है कि कोविड-19�ने चुपके से लोगांे को संक्रमित कर रहा है। उसने वापसी इस तरह से की है कि डाक्टरी टीम के अलावा कोई पहचान ना पाये। ऐसे मंे लोगांे को मास्क और दो गज की दूरी के बिना स्वयं को असुरक्षित समझना होगा।