बिना लक्षण वाले कोविड पीड़ितों को योगी की सरकार ने दी बड़ी राहत


सिरसागंज। बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी राहत मुहैया करवा दी है। उन्हें घर पर ही आइसोलेट रहने की छूट दे दी गयी है। इस संबंध मंे महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश द्वारा विस्तृत दिशानिर्देश जारी किये गये हैं। क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है।
पात्रता की जांच होगी
स्वास्थ्य विभाग की आरआरटी टीम द्वारा होम आइसोलेसन के लिए रोगी के घर की स्थिति की जांच की जाएगी। एकांतवास के लिए कमरा, मरीज की देखभाल करने वाले, एडराॅयड फोन आदि सुविधाओं की उपलब्धता के बाद ही अनुमति मिलेगी।
होम आइसोलेशन के दौरान
मोबाइल एप्लीकेशन पर अपने स्वास्थ्य की दैनिक स्थिति को अपडेट करना होगा। स्वास्थ्य विभाग दैनिक स्थिति का अपडेट लेकर विश्लेषण करेगा और सीएमओ कार्यालय को अपडेट भेजेगा। दिनचर्या, खानपान, चिकित्सा आदि आवश्यक जानकारियां मरीज को प्रदान की जाएंगीं। अगर लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
होम आइसोलेशन से क्या लाभ होगा
अस्पतालों और संसाधनों पर मरीजों का अनावश्यक बोझ कम होगा। गंभीर टाइप के मरीजों के लिए अधिक स्पेस बनेगा। जिससे उनकी देखभाल अच्छी हो जाएगी। बिना लक्षण वाले लोग अस्पताल जाने के लिए तैयार नहीं होते। ऐसे लोगांे में भर्ती होने का डर खतम हो जाएगा। लोग जांच कराने से डरेंगे नहीं। रेंडम जांच का कार्य जो लक्ष्य से पीछे चल रहा है, लक्ष्य की ओर जाएगा। रोग पर नियंत्रण लगाने में प्रभावी सहायता मिलेगी।
बैठक कर रणनीति बनाई
गुरुवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी कार्यालय पर संयुक्त बैठक हुई जिसमंे एसडीएम चंद्रकुमार जवालिया, सीओ डा ईरज राजा, चेयरमेन सोनी शिवहरे, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा कपिल यादव ने शासन की नीति के अनुरूप क्रियान्वयन के लिए रणनीति बनाई। आगामी दिनों में व्यापारियों की रेंडम टेस्टिंग बढ़ाने के लिए योजना बनी।