वरिष्ठ शिक्षकों का स्नेह सम्मेलन ,पीएम श्री सेजेस बालको में हुआ सम्पन्न

CITIUPDATE NEWS(संतोष सारथी)बालको/कोरबा-पीएम श्री सेजेस बालको नगर में शनिवार को वरिष्ठ शिक्षकों के सम्मान में स्नेह सम्मेलन का आयोजन बड़े हर्ष और उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम में 1995 से विभिन्न स्थानों पर अपनी सेवाएं दे चुके अनुभवी शिक्षकों का आगमन हुआ। इस समारोह में देश?विदेश से आए शिक्षकों की उपस्थिति कोरबा जिले के लिए गौरव का विषय रही।

कार्यक्रम की शुरुआत अतिथि शिक्षकों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद प्राचार्य मनोकामनाता पाल ने सभी आगंतुक शिक्षकों का पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। आगे सम्मान समारोह में शाल, श्रीफल और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर अतिथियों का सम्मान किया गया।

सम्मानित शिक्षकों में मधुलिका गीर (भूतपूर्व भूगोल व्याख्याता, कोरबा), डॉ. चंद्रावती नागेश्वर (भूतपूर्व व्यायाम शिक्षिका, कैलिफोर्निया), उमा दवे (प्रधान पाठिका, कोरबा), कौशल प्रसाद मनहर (भूतपूर्व सहायक संचालक शिक्षा, कोरबा), दिनेश कुमार कौशिक (उपसंचालक समग्र शिक्षा, छत्तीसगढ़), उमा चटर्जी (भूतपूर्व इतिहास व्याख्याता), प्यारेलाल चौधरी (भूतपूर्व जिला क्रीड़ा अधिकारी), नायडू (भूतपूर्व उच्च श्रेणी शिक्षिका), राजेश कुमार पसीने (सहायक प्राध्यापक, डायट कोरबा), मेरखा आलो एक्का (सहायक प्राध्यापक, डायट कोरबा), पुरनचंद पटेल (सहायक प्राध्यापक, डायट कोरबा), मजनू तिर्की (पूर्व प्राचार्य, पंतोरा), गीता हलधर (भूतपूर्व प्राचार्य, बिलासपुर), डॉ. कृष्ण कुमार चंद्र (प्रधान पाठक, जांजगीर), अयोध्या प्रसाद त्रिवेदी (भूतपूर्व वरिष्ठ लिपिक, जमनीपाली), पुरुषोत्तम प्रसाद कौशिक (प्राचार्य, पंतोरा), विनीता दास (प्राचार्य, कोरबा), राम हरि शराफ (प्राचार्य, डायट कोरबा), एम.पी. सिंह (प्राचार्य), प्रबिला टोप्पो (प्राचार्य, तखतपुर), धीरज अवस्थी (बिलासपुर), गौरव शर्मा (प्राचार्य प्रयास, कोरबा), संगीता मसीह (भूतपूर्व उच्च श्रेणी शिक्षिका), निशा सोनी (भूतपूर्व प्रधान पाठिका, बालको), नूरजहां कुर्रे (प्रधान पाठिका, जामबाहर), शिव शंकर मिश्रा (वरिष्ठ लिपिक, बालको नगर), प्रेम कुमारी तिवारी (प्रधान पाठिका, बेलाकछार), मनोज कुमार पटेल (व्याख्याता, तरदा), कंचन यादव (व्याख्याता, राजगामार) सहित कुल 40 अतिथि शिक्षक शामिल रहे।

अतिथियों के स्वागत में विद्यालय के शिक्षक घनश्याम श्रीवास के निर्देशन में स्वागत गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। इसमें सीमा स्वर्णकार, काजल सिंहा, तनुप्रिया देवांगन, अनीता राठौर, नम्रता कश्यप ने सहयोग दिया। इसके साथ ही छात्रों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम में रंग भरा।

अतिथियों ने विद्यालय की उपलब्धियों और प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि 1972 में स्थापित यह विद्यालय आज छत्तीसगढ़ के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में शामिल हो चुका है।

प्राचार्य मनोकामनाता पाल ने कहा कि राज्य में यह पहला अवसर है जब किसी प्राचार्य ने अपने पूर्व शिक्षकों को एक मंच पर लाकर विद्यार्थियों के समक्ष शिक्षा की धरोहर और मूल्यों को प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में संस्कार, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना को मजबूत करते हैं।

कार्यक्रम का संचालन घनश्याम श्रीवास और नीलम शर्मा ने किया। आयोजन को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त स्टाफ और छात्रों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।