Chandauli News:डाला छठ : तालाबों में व्रती महिलाओं का उमड़ा हुजूम, अस्ताचलगामी सूर्य को दिया गया अर्घ्य, पुत्रों के लंबी उम्र का किया कामना

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया।सूर्य देव के आराधना का महापर्व डाला छठ सोमवार को श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस दौरान व्रती महिलाओं ने अस्तचलगामी सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर पुत्रों के लंबी उम्र की कामना की। नगर के काली मंदिर पोखरा एवं सिकंदरपुर के पोखर पर अर्घ्य देने के लिए सैकड़ो व्रती महिलाओं का हुजूम उमड़ा। वही पोखरा के आसपास मेले जैसा माहौल रहा, जहां बच्चों ने जमकर खरीदारी की।

दोपहर बाद से ही नगर में श्रद्धालु सर पर पूजा सामग्री रखकर, व्रती महिलाओं के साथ बैंड बाजे व ढोल नगाड़े बजाते, झूमते गाते घाटों की तरफ जा रहे थे। शाम होते होते इन पोखरों पर हजारों श्रद्धालु इकट्ठा हुए। छठ मैया का गीत गाता महिलाओं का समूह मनोहरी छठा बिखेर रहा था। आलम यह था कि घाट पर पैर रखने तक की जगह नहीं बची। महिलाएं बेदी पूजन के बाद पोखरे में खड़ी होकर सूर्य देव के डूबने का इंतजार करने लगी। अर्घ्य के बाद कुछ महिलाएं अपने घर लौटी। सभी घाट दीप मालाओं से सजे रहे लोगों ने पोखरों व घाटों पर दीपदान भी किया।

*छठ गीतों से गूंजा पूरा नगर*
चकिया- व्रति महिलाएं छठ मैया के गीत गाते हुए अपने परिवार पर रिश्तेदार के साथ तालाबों के घाटों पर पहुंची। इसके चलते हर घाट पर भारी भीड़ हो गई। घाटों पर मेले जैसा दृश्य दिख रहा था। कुछ लोगों ने चाय, चाट और गुब्बारा आदि की दुकान रखा था बच्चे इस पर खूब खरीदारी कर रहे थे। शाम होते ही व्रति महिलाओं ने अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद फिर छठ मैया के गीत गाते हुए घर आ गई। रात में छठ मैया के किस्से और कहानी सुनाई गई।

*दूधिया रोशनी से जगमग रहे घाट*
चकिया- नगर के मां काली मंदिर परिसर में स्थित छठ घाटों पर जगमग करने के लिए नगर पंचायत प्रशासन द्वारा कई दिनों से तैयारी की जा रही थी। नगर के एकमात्र पोखरे के चारों तरफ जनरेटर की व्यवस्था की गई थी पोखर के चारों ओर लाइट जल रही थी। इससे व्रती महिलाओं और अन्य लोगों को कोई दिक्कत नहीं हुई।

*छठ पूजा में महिलाओं और युवतियों में रही सेल्फी की धुन*
चकिया-आस्था के महापर्व डाला छठ पर्व में जहां एक तरफ लोगों में अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही श्रद्धा भाव से पूजा पाठ करने की धूम रही। तो वहीं पूजा समाप्त होने के बाद महिलाएं व युवतियां अपने आप को रोक नहीं सकी। और लगातार जगह-जगह एक दूसरे के साथ सेल्फी लेती हुई नजर आई। और जिसे फेसबुक व्हाट्सएप स्टेटस और सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर भी किया और एक दूसरे को शुभकामनाएं भी दिया।

*प्रशासन की रही चकबंदी व्यवस्था*
छठ व्रत पर्व को लेकर स्थानीय प्रशासन भी पूरी तरीके से सक्रिय नजर आई। हालांकि वही मौके पर एनडीआरएफ के साथ-साथ अन्य गोताखोरों की टीम लापता देखी गई। लेकिन वही अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन दिगंबर कुशवाहा,क्षेत्राधिकारी रघुराज के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस टीम चप्पे चप्पे पर तैनात रही। वहीं चकिया थाना के तेजतर्रार प्रभारी अर्जुन सिंह खुद अपनी टीम के साथ पूरे पोखरे परिसर का भ्रमण करते नजर आए। इसके साथ ही परिसर में वर्दी के साथ-साथ सादे बेस में ही पुलिस कर्मी व महिला पुलिसकर्मी भी तैनात दिखे। वहीं महिला पुलिस चौकी की उपनिरीक्षक खुशबू यादव भी अपनी टीम के साथ तैनात दिखीं जिससे किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित होने पर तत्काल प्रशासन संज्ञान ले सके।

*जय मां काली सेवा समिति का रहा प्रमुख योगदान*
आपको बताते चलें की नगर के एकमात्र मां काली मंदिर परिसर में प्राचीन पोखरे पर होने वाले लोग आस्था के महापर्व डाला छठ को लेकर जय मां काली सेवा समिति द्वारा सहायतार्थ शिविर लगाकर लोगों की मदद की जाती है। वही आपको बताते चलें कि पिछले दिनों से समिति के अध्यक्ष गुरुदेव चौहान के नेतृत्व में पदाधिकारी वह सदस्यों ने पूरे मेहनत व लगन से पोखर की साफ सफाई करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया। और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में इस समिति का प्रमुख योगदान रहा। किसके साथ ही पोखर के पश्चिम साइड सुगंधा सेवा समिति के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं द्वारा भी सहायतार्थ शिविर लगाया गया। और भरतनाट्यम के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी कराई गई जो कि लोगों में एक आकर्षण का केंद्र बना रहा। वही परिसर के मुख्य गेट के पास प्रशासन द्वारा शिविर लगाया गया था जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ-साथ नगर पंचायत के कर्मचारी मौजूद रहे। जिस किसी भी प्रकार की कोई घटना दुर्घटना होने पर तत्काल दर्शनार्थियों और व्रती महिलाओं की मदद की जा सके।