आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने की अनूठी पहल। 

आउट ऑफ स्कूल बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे विशेष प्रशिक्षक/ वॉलिंटियर

विशेष प्रशिक्षक को प्रतिमाह मिलेगा 4000 मानदेय।

बहराइच आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा एक अनोखी पहल की जा रही है। राज्य परियोजना कार्यालय से प्राप्त निर्देश के क्रम में चिन्हित आउट ऑफ स्कूल बच्चों के नामांकन के उपरांत उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने बताया कि आउट ऑफ स्कूल बच्चों को विशेष प्रशिक्षक या वालंटियर द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा पहल की जा रही है। आउट ऑफ स्कूल बच्चों को प्रशिक्षित करने वाले विशेष प्रशिक्षकों/ वालंटियरों को प्रतिमाह 4000 रुपए मानदेय दिया जाएगा।उन्होंने बताया कि विशेष प्रशिक्षक चयन में परिषदीय/सहायता प्राप्त विद्यालयों के सेवानिवृत शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी।

सेवानिवृत शिक्षकों की अनुपलब्धता की स्थिति में इन वॉलिंटियर्स का चयन किया जाएगा। वालंटियर के चयन में स्नातक के साथ डीएलएड/ बीटीसी/ बी.एड. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को वरीयता प्रदान की जाएगी। डीएलएड/ बीटीसी/ बीएड उत्तीर्ण अभ्यार्थियों की अनुपलब्धता की स्थिति स्नातक उत्तीर्ण अभ्यार्थियों का चयन किया जाएगा। वालंटियर हेतु आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की आयु सीमा 1 जुलाई 2025 को 21 वर्ष एवं अधिकतम 45 वर्ष होनी चाहिए।