डीएपी व एनपीके खाद की उपलब्धता एवं धान सत्यापन 30 कुंटल प्रति एकड़ किया जाए: बलजिंदर सिंह

पीलीभीत। अन्नदाता किसान यूनियन के प्रदेश महामंत्री बलजिंदर सिंह ने जिलाधिकारी पीलीभीत को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि धान की फसल के समय भी यूरिया खाद की किल्लत बनी रही। धान के सीजन में समय पर यूरिया खाद न मिलने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। अब किसान आलू, लाही, मटर, और गेहूं की फसलों की बुवाई करेंगे, लेकिन जनपद में डीएपी एवं एनपीके खाद उपलब्ध नहीं है। किसानों की गेहूं व गन्ने की फसलों को समय पर डीएपी खाद न मिलने पर बुवाई प्रभावित होगी। जिस कारण किसानों द्वारा समय से फसलें नहीं लग पाएंगी। धान के पंजीकरण सत्यापन अभी से ही 30 कुंतल प्रति एकड़ से हो और आवेदन करने के बाद लेखपाल या तहसील से स्वयं किसान की भूमि के आधार सत्यापित किए जाएं। अभी तक धान के पंजीकरण का सत्यापन नहीं किया जा रहा है, जिस कारण किसान अपना धान औने-पौने दामों पर राइस मिलर एवं आढ़तियों को बेच रहे हैं। दिसंबर माह में धान पंजीकरण 30 कुंटल का सत्यापन होता है उसका बिचौलियों को सीधा लाभ मिलता है। इसलिए 5 अक्टूबर 2025 से ही 30 कुंटल का सत्यापन किया जाए जिससे किसानों को लाभ मिल सके। जनपद की सभी मुख्य मार्गों एवं धर्म कांटे पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, जिससे अंतिम चरण की धान खरीद में पारदर्शिता बनी रहे और किसानों को पूरा लाभ मिल सके। वहीं किसानों की समस्या को देखते हुए 10 अक्टूबर 2025 तक जिले में डीएपी खाद, एनपीके खाद उपलब्ध कराई जाए जिससे किसानों की फसलों में समय से बुवाई की जा सके, अन्यथा अन्नदाता किसान यूनियन द्वारा धरना प्रदर्शन एवं उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। बलजिंदर सिंह द्वारा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जल्द से जल्द किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए कहा गया।